कोरोना के इस संकट काल ने भारत आत्मनिर्भरता की दिशा में भी आगे बढ़ रहा है. कोरोना वायरस से जंग में व्यक्तिगत सुरक्षा परिधान यानी पीपीई किट मुख्य सुरक्षा कवच है.
Trending Photos
नई दिल्ली: कोरोना (Corona) के इस संकट काल ने भारत आत्मनिर्भरता की दिशा में भी आगे बढ़ रहा है. कोरोना वायरस (Coronavirus) से जंग में व्यक्तिगत सुरक्षा परिधान यानी पीपीई किट मुख्य सुरक्षा कवच है. पीपीई किट कोरोना वारियर्स को कोरोना के संक्रमण से बचाती है और सिर्फ दो महीने में भारत दुनिया में सबसे ज्यादा पीपीई किट बनाने वाला दूसरा देश बन गया है.
ये भी पढ़ें: देश में 69% कोरोना मरीज बिना लक्षण के, 10 दिनों तक बुखार ना आने पर नहीं फैला सकते संक्रमण
सरकार ने गुरुवार को यह जानकारी दी कि भारत दो महीने के कम समय के भीतर व्यक्तिगत सुरक्षा परिधान (पीपीई) का दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा विनिर्माता यानी मैन्युफैक्चरर गया है. इस क्षेत्र में भारत से आगे सिर्फ चीन है. चीन पीपीई का सबसे बड़ा मैन्युफैक्चरर है.
कपड़ा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि उसने पीपीई की गुणवत्ता और मात्रा दोनों में सुधार करने के लिये कई कदम उठाए हैं। यही कारण है कि भारत दो महीने से भी कम समय में पीपीई का दूसरा सबसे बड़ा मैन्युफैक्चरर बन गया है.मंत्रालय ने यह सुनिश्चित करने के लिए भी कदम उठाए हैं कि पूरी आपूर्ति श्रृंखला में केवल प्रमाणित कंपनियां ही पीपीई की आपूर्ति करें। अब कपड़ा समिति, मुंबई भी स्वास्थ्य कर्मचारियों और अन्य कोरोना वारियर्स के लिए आवश्यक पीपीई का परीक्षण और प्रमाणन करेगी.
ये भी देखें-