भारत के खिलाफ ISI की साजिश का खुलासा, आतंकियों के साथ मिलकर की ये प्लानिंग
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भारत के खिलाफ ISI की साजिश का खुलासा, आतंकियों के साथ मिलकर की ये प्लानिंग

पीओके (PoK) में लश्कर, जैश और अल बदर के आतंकियो के बीच एक बैठक हुई है, जिसमें ये फैसला हुआ है कि बर्फबारी से पहले ज्यादा से ज्यादा आतंकियों की कश्मीर में घुसपैठ कराई जाए.

प्रतीकात्मक तस्वीर

श्रीनगर: पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) सीमा पार से लगातार भारत के खिलाफ साजिश रच रही है और कश्मीर में बड़े पैमाने पर घुसपैठ की कोशिश में लगी है. सूत्रों के मुताबिक पीओके (PoK) में लश्कर, जैश और अल बदर के आतंकियो के बीच एक बैठक हुई है, जिसमें ये फैसला हुआ है कि बर्फबारी से पहले ज्यादा से ज्यादा आतंकियों की कश्मीर में घुसपैठ कराई जाए.

  1. बर्फबारी से पहले घुसपैठ की साजिश
  2. सेना और बीएसएफ की कड़ी निगरानी
  3. पिछले महीने सेना के 9 जवान हुए थे शहीद

बर्फबारी से पहले घुसपैठ की साजिश

आईएसआई (ISI) बर्फबारी से पहले सीमा पर से आतंकियों की कश्मीर में बड़े पैमाने पर घुसपैठ कराने की साजिश कर रही है और LoC से सटे रास्तों में बर्फबारी से पहले आतंकियो की घुसपैठ की कोशिशों में इजाफा हो सकता है. बर्फ गिरने की वजह से घुसपैठ के रास्ते कई महीनों तक के लिए बंद हो जाते हैं, इसलिए आईएसआई जल्द प्लान को अंजाम देना चाहती है.

सेना और बीएसएफ की कड़ी निगरानी

खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक एलओसी (LoC) से सटे लॉन्च पैड पर 200 से 250 आतंकियों के मौजूदगी की जानकारी है. इसके बाद सेना और बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्ट के अलावा आईबी (IB) अलर्ट पर है और कड़ी निगरानी रख रही है.

पिछले महीने 6 आतंकियों ने की थी घाटी में घुसने की कोशिश

सुरक्षा एजेंसियों से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, 6 आतंकियों के एक ग्रुप ने पिछले महीने जम्मू के नेशनल हाईवे के जरिए घाटी में घुसने की कोशिश की थी. आतंकियो का एक ग्रुप लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) के जरिए जम्मू से होते हुए घाटी में घुसने की प्लानिंग बनाई थी. इसके बाद सेना की काउंटर इंफलिट्रेशन और काउंटर टेरर की एक टुकड़ी आतंकियों की खोजबीन के लिए राजौरी और पुंछ में सर्च ऑपरेशन में लगाई गई थी. ये हो सकता है कि आतंकी लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) को पार कर दोबारा पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में दाखिल हो गए हों.

पिछले महीने सेना के 9 जवान हुए थे शहीद

11 अक्टूबर को आतंकियों के साथ सेना की मुठभेड़ हुई थी, जिसमे पुंछ के डेरा की गली में 5 जवान आतंकियों के हमले में शहीद हो गए थे. इसके 3 दिन बाद मेंढर में 4 जवान आतंकी हमले में शहीद हो गए थे. उरी में घुसपैठ कर रहे आतंकियो के एक ग्रुप को सेना ने एनकाउंटर में मार दिया था और घुसपैठ कर रहे एक पाकिस्तानी आतंकी को पकड़ा था, जिससे ये खुलासा हुआ था कि घुसपैठ के लिए पाकिस्तान सेना मदद कर रही है.

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