अंतरिक्ष की दुनिया में कई कामयाबी के झंडे गाड़ चुके इसरो (ISRO) के लिए आज एक और अहम दिन है. जिसका काउंटडाउन अब भी जारी है.
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नई दिल्ली: अंतरिक्ष की दुनिया में कई कामयाबी के झंडे गाड़ चुके इसरो (ISRO) के लिए आज एक और अहम दिन है. जिसका काउंटडाउन अब भी जारी है. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी इसरो आज फिर अंतरिक्ष में अपना परचम लहराएगा. आज दोपहर 3 बजकर 2 मिनट पर इसरो के प्रक्षेपण यान PSLV-C49 को 10 उपग्रहों (Satellites) के साथ लॉन्च किया जाएगा.
आज जिन उपग्रहों की लॉन्चिंग है उनमें भारत का एक और 9 अंतरराष्ट्रीय विदेशी उपग्रह हैं. इनमें भारत का EOS-01 (अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट) लिथुआनिया का एक प्रौद्योगिकी डेमन्स्ट्रेटर, लक्समबर्ग के चार मैरीटाइम एप्लीकेशन सैटेलाइट और अमेरिका के चार लेमुर मल्टी मिशन रिमोट सेंसिंग सैटेलाइट को लॉन्च किया जाएगा.
शुक्रवार को शुरू हुआ काउंट डाउन
सभी उपग्रहों को लॉन्च करने का काउंटडाउन शुक्रवार दोपहर शुरू हुआ. जिसके ठीक 26 घंटे बाद यानी शनिवार को शाम 3 बजकर 2 मिनट पर एक साथ सभी सैटेलाइट्स को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से लॉन्च किया जाएगा. आज लॉन्च होने वाले एकमात्र भारतीय सेटेलाइट देश के लिए काफी अहम है.
सीमाओं की निगरानी की क्षमता बढ़ेगी
ISRO के वैज्ञानिक आर सी कपूर ने कहा कि EOS-01 अर्थ ऑब्जरवेशन रिसेट सैटेलाइट का ही एक अडवांस्ड सीरीज है. इसमें सिंथेटिक अपर्चर रडार लगाया गया है. जो किसी भी समय और किसी भी मौसम में पृथ्वी पर नजर रख सकता है. इस सैटेलाइट की सबसे बड़ी खासियत है कि इससे बादलों के बीच भी पृथ्वी को देखा जा सकता है और स्पष्ट तस्वीरें खींची जा सकती हैं. देश की सुरक्षा के लिए भी ये सैटेलाइट बेहद खास है. इससे हर वक्त देश की सीमाओं की निगरानी संभव होगी. साथ ही खेती और आपदा प्रबंधन के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है.
इस साल में इसरो की पहली लॉन्चिंग
आज की लॉन्चिंग इसरो की इस साल की पहली लॉन्चिंग है. इसके बाद अगले महीने दिसंबर में इसरो GSAT-12R कम्युनिकेशन सैटेलाइट लॉन्च करने की योजना बना रहा है. जिसे PSLV-C50 रॉकेट के जरिए लॉन्च किया जाएगा. कुल मिलाकर आज का दिन इसरो की गौरवशाली परंपरा में आगे बढ़ने का एक और कदम है. कई कामयाब मिशन को सफलता पूर्वक पूरा करने वाले वैज्ञानिकों पर देश को गर्व है.
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