Karnataka Election Result: शुरुआती रुझानों में कांग्रेस ने पार किया बहुमत का आंकड़ा, बीजेपी पिछड़ी
Advertisement
trendingNow11693057

Karnataka Election Result: शुरुआती रुझानों में कांग्रेस ने पार किया बहुमत का आंकड़ा, बीजेपी पिछड़ी

BJP कर्नाटक की सत्ता में क्रमिक बदलाव की 38 साल पुरानी परंपरा तोड़ने की उम्मीद में है. इसके लिए पार्टी मोदी प्रभाव पर भरोसा जता रही है. वहीं कांग्रेस भी इस चुनाव में जीत हासिल करना चाहती है ताकि वह इसका इस्तेमाल 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं में नया जोश भरने के लिए कर सके.

 

Karnataka Election Result: शुरुआती रुझानों में कांग्रेस ने पार किया बहुमत का आंकड़ा, बीजेपी पिछड़ी

Election Result: कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए वोटों की गिनती जारी है. शुरुआती रुझानों में कांग्रेस ने बहुमत का आंकड़ा (113) पार कर लिया था. वह 115 सीटों पर आगे हो गई थी, लेकिन अब वह पिछड़ गई है. वह 110 सीटों पर आगे चल रही है. बीजेपी 86 और जेडीएस 18 सीटों पर आगे चल रही है. बता दें कि राज्य में 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए 10 मई को वोटिंग हुई थी. चुनाव में 73.19 प्रतिशत का मतदान दर्ज किया गया था. 

क्या बीजेपी तोड़ पाएगी 38 साल पुरानी परंपरा?

BJP कर्नाटक की सत्ता में क्रमिक बदलाव की 38 साल पुरानी परंपरा तोड़ने की उम्मीद में है. इसके लिए पार्टी मोदी प्रभाव पर भरोसा जता रही है. वहीं कांग्रेस भी इस चुनाव में जीत हासिल करना चाहती है ताकि वह इसका इस्तेमाल 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं में नया जोश भरने के लिए कर सके. वहीं यह भी देखा जाना बाकी है कि त्रिशंकु जनादेश की स्थिति में क्या सरकार बनाने की कुंजी पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा के नेतृत्व वाली जद (एस) के पास होगी?

इस बार चुनाव प्रचार के दौरान सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी, मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस और जनता दल (सेक्युलर) के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला लेकिन सत्ता की चाबी किसके हाथ लगती है, यह आज साफ होगा. राज्य के मुख्यमंत्री एवं बीजेपी नेता बसवराज बोम्मई, कांग्रेस नेता सिद्धरमैया और डी के शिवकुमार तथा जद (एस) के एच डी कुमारस्वामी सहित कई अन्य बड़े नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. 

ज्यादातर ‘एग्जिट पोल’ में कांग्रेस और बीजेपी के बीच कड़े मुकाबले का पूर्वानुमान जताया गया है, दोनों दलों के नेता नतीजों को लेकर "बेचैन" लग रहे हैं, जबकि जद(एस) त्रिशंकु जनादेश की उम्मीद लगा रहा है ताकि उसे सरकार गठन में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने का मौका मिल सके. दिल्ली और पंजाब में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) ने भी इस विधानसभा चुनाव में अपने उम्मीदवार उतारे थे. इसके अलावा कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में कुछ छोटे दल भी मैदान में थे.

दक्षिण के किले पर कौन करेगा कब्जा? दावे और वादों के बाद अब नतीजे का दिन
मतगणना के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, हर राउंड के बाद होगी घोषणा, विजय जुलूस निकालने पर होगी रोक

 

Trending news