No Vaccination in Kashmir: एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, पिछले 5 दिनों में लोगों को वैक्सीन की 1 डोज तक नहीं दी गई है. मीडिया बुलेटिन से साफ है कि कश्मीर घाटी के सभी 10 जिलों में किसी भी नागरिक को इस दौरान टीका नहीं लग पाया है.
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श्रीनगर: देश में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर का कहर थमा नहीं है. जम्मू-कश्मीर ( Jammu Kashmir ) के हालात भी इससे अलग नहीं है. महामारी को खत्म करने के लिए फिलहाल फेस मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना वैक्सीनेशन (Corona Vaccination) के अलावा फिलहाल कोई और चारा नहीं है. इस बीच कई दिनों से कुछ राज्यों में वैक्सीन की कमी की खबरें लगातार सामने आई हैं.
खास तौर पर 1 मई से 18 साल से 44 साल के लोगों को कोरोना वैक्सीन लगवाने की इजाजत मिलने के बावजूद युवाओं को वैक्सीन की बुकिंग के स्लॉट नहीं मिल रहे है. ऐसी खबरों के बीच कश्मीर (Kashmir) से भी हैरान करने वाली खबर आई है जहां पिछले 5 दिनों से कोई टीकाकरण नहीं हुआ है.
कश्मीर घाटी टीकों की भारी कमी का सामना कर रही है. एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, पिछले 5 दिनों में लोगों को वैक्सीन की 1 डोज तक नहीं दी गई है. मीडिया बुलेटिन से साफ पता चलता है कि कश्मीर घाटी के सभी दस जिलों में किसी भी नागरिक को इस दौरान वैक्सीन नहीं लग पाई है. वैक्सीनेशन सेंटर्स पर जाने वाले लोगों का कहना है कि यहां टीके की कमी की वजह से 45 साल से ऊपर के लोगों का टीकाकरण भी नहीं हो पा रहा है.
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दिहाड़ी मजदूरों से लेकर सरकारी कर्मचारियों तक हर कोई वैक्सीन आने का इंतजार कर रहा है ताकि उन्हें अपनी डोज मिल सके. इस बीच राज्य सरकार की कर्मचारी रूही जान ने कहा, 'वे कह रहे हैं कि कोई टीका नहीं है, हमने उन्हें यह बताने के लिए कहा कि टीका कब आएगा, तो उन्होंने कहा वो नहीं जानते हैं कि यहां टीका कब उपलब्ध होगा. एक तरफ सरकार कहती है कि टीका लगवाओ और दूसरी तरफ कोई टीका उपलब्ध नहीं है.'
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गौरतलब है कि उपराज्यपाल दफ्तर (LG Office) की ओर से कहा गया था कि जम्मू-कश्मीर के सभी जिलों में 45 से अधिक आयु वर्ग के लोगों का 100 प्रतिशत टीकाकरण 10 दिनों में कराने की समय सीमा निर्धारित की गई है लेकिन यहां के जमीनी हालात सरकारी आश्वासन से एकदम अलग हैं.
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