CM ने दिया भरोसा तब जाकर खत्म हुआ बस ऑपरेटरों का आंदोलन, जनता को मिली राहत
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CM ने दिया भरोसा तब जाकर खत्म हुआ बस ऑपरेटरों का आंदोलन, जनता को मिली राहत

जबकि राज्य के मुख्यमंत्री ने बस किराए की दरों में वृद्धि का आश्वासन दिया है, हालांकि सरकार ने कोई तारीख नहीं दी है. वहीं निजी बस संचालक चाहते हैं कि न्यूनतम किराया मौजूदा 10 रुपये से 12 रुपये हो और छात्र रियायत भी बढ़ाई जाए.

फाइल फोटो

तिरुवनंतपुरम: केरल (Kerala) के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन (P Vijyan) द्वारा एसोसिएशन के पदाधिकारियों को बस किराए में वृद्धि का आश्वासन दिए जाने के बाद केरल के निजी बस ऑपरेटरों ने अपना चार दिवसीय आंदोलन वापस ले लिया है. निजी बस ऑपरेटर संघ के राज्य समन्वयक टी. गोपीनाथन ने मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री ने हमें आश्वासन दिया था कि 30 मार्च को होने वाली वाम लोकतांत्रिक मोर्चा की बैठक के बाद बस किराए में वृद्धि होगी. उनके आश्वासन के बाद हमने हड़ताल वापस लेने का फैसला किया है.

  1. CM का दखल
  2. हड़ताल खत्म
  3. जनता को राहत

जनता को बड़ी राहत

निजी बसों के सड़कों से हटने के बाद से ऑटो-रिक्शा और टैक्सी सेवाएं जनता से पैसा लूट रही थी. बस संचालक भी बसों में छात्र रियायत को वर्तमान 2 रुपये से बढ़ाकर 6 रुपये करना चाहते हैं, जो राज्य में मजबूत छात्र संगठनों के क्रोध को आमंत्रित कर सकता है. राज्य के परिवहन मंत्री एंटनी राजू ने निजी बस ऑपरेटरों के संघ के साथ दो दौर की बैठकें की थीं, लेकिन बैठकों का कोई नतीजा नहीं निकला.

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सीएम ने दिया आश्वासन

जबकि राज्य के मुख्यमंत्री ने बस किराए की दरों में वृद्धि का आश्वासन दिया है, हालांकि सरकार ने कोई तारीख नहीं दी है कि बढोतरकी कब से लागू होगी. दरअसल निजी बस संचालक चाहते हैं कि न्यूनतम किराया मौजूदा 10 रुपये से 12 रुपये हो और छात्र रियायत भी बढ़ाई जाए. वे न्यूनतम शुल्क के बाद एक रुपये प्रति किलोमीटर की दर चाहते थे और उन्होंने टैक्स में छूट की भी मांग की थी.

केरल में 24 मार्च से निजी बस सेवाएं सड़कों से नदारद थीं.

(इनपुट: न्यूज़ एजेंसी आईएएनएस के साथ) 

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