Kisan Andolan: न आंसू गैस का डर.. ना ही जान का खतरा, किसानों पर अब पुलिस चलाएगी साउंड गन
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Kisan Andolan: न आंसू गैस का डर.. ना ही जान का खतरा, किसानों पर अब पुलिस चलाएगी साउंड गन

Kisan Andolan News: किसान आंदोलन का आज शनिवार को पांचवा दिन है. हरियाणा-पंजाब के किसान सिंघु और शंभू बॉर्डर पर डटे हुए हैं. किसानों का विरोध प्रदर्शन इन पांच दिनों में कई बार उग्र भी हो चुका है.

Kisan Andolan: न आंसू गैस का डर.. ना ही जान का खतरा, किसानों पर अब पुलिस चलाएगी साउंड गन

Kisan Andolan Latest News: किसान आंदोलन का आज शनिवार को पांचवा दिन है. हरियाणा-पंजाब के किसान सिंघु और शंभू बॉर्डर पर डटे हुए हैं. किसानों का विरोध प्रदर्शन इन पांच दिनों में कई बार उग्र भी हो चुका है. किसानों को दिल्ली की तरफ बढ़ने से रोकने के लिए पुलिस को कई बार बल प्रयोग करना पड़ा. किसानों पर आंसू गैस के गोले भी दागे गए. किसानों को रोकने के लिए पुलिस अब साउंड गन का इस्तेमाल करेगी. आइये जानते हैं प्रदर्शनकारी किसानों को आगे बढ़ने से ये साउंड गन कैसे रोकेगी? 

सिंघु बॉर्डर पर साउंड गन तैनात

दिल्ली-हरियाणा सीमा पर किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस अलग-अलग पैतरे आजमा रही है. इस क्रम में सिंघु बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस ने साउंड गन तैनात की है. साउंड गन का इस्तेमाल उस वक्त किया जाता है, जब कोई बड़ा प्रदर्शन हो रहा हो. या फिर बड़ी तादाद में प्रदर्शनकारी उग्र हो जाएं.

बर्दाश्त से बाहर होती है आवाज

साउंड गन एक मशीन होती है, जिसे सिंघू बॉर्डर पर तैनात किया गया है. सूत्रों के मुताबिक अगर प्रदर्शन कर रहे किसान बड़ी संख्या में बॉर्डर तक आ भी जाते हैं और दिल्ली में प्रवेश करने की कोशिश करते हैं, तो उस दौरान इसका इस्तेमाल किया जाएगा. साउंड गन से निकलने वाली आवाज बर्दाश्त से बाहर होती है.

पीछे हटने को मजबूर हो जाएंगे किसान

साउंड गन से निकलने वाली आवाज इतनी तेज होती है कि इसे कान बर्दाश्त ही नहीं कर पाएंगे. इसकी आवाज का असर इतना हो सकता है कि विरोध प्रदर्शन कर रहे लोग पीछे हटने पर मजबूर हो जाएंगे. इसके इस्तेमाल के बाद दूर भागने के अलावा कोई ऑप्शन नहीं बचता. इसे पुलिस को लॉ एंड ऑर्डर की सिचुएशन मेंटेन करने के लिए तैयार किया गया है.

सुनने की क्षमता हो सकती है प्रभावित

साउंड गन को Long Range Acoustic Device भी कहते हैं. दरअसल LRAD यानी साउंड गन नॉन लिथल या फिर कहें कि गैर घातक हथियार होता है. इससे हाय डेसीबल कैपेसिटी की साउंड निकलती है. जो सुनने की क्षमता को भी प्रभावित कर सकती है. इसका इस्तेमाल बेहद जरूरी परिस्थित में ही किया जाता है. फिलहाल सिंघू बॉर्डर पर इसे चेन से बांधकर और ढंककर रखा गया है.

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