Lakhimpur Kheri हिंसा मामले में चार्जशीट दायर, गृह राज्य मंत्री के बेटे को बनाया गया मुख्य आरोपी
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Lakhimpur Kheri हिंसा मामले में चार्जशीट दायर, गृह राज्य मंत्री के बेटे को बनाया गया मुख्य आरोपी

Lakhimpur Kheri Violence: लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में सीजेएम (CJM) कोर्ट में चार्ज शीट दाखिल की गई है. पांच हजार पन्नों की इस जंबो चार्जशीट में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी (Ajay Mishra Teni) के बेटे को मुख्य आरोपी बनाया गया है.

फाइल फोटो

लखनऊ: लखीमपुर (Lakhimpur) हिंसा मामले में आज CJM कोर्ट में मुख्य आरोपी आशीष मिश्र (Ashish Mishra) की पेशी हुई. इस दौरान SIT की टीम ने 5000 पन्नों की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की जिसे बक्सों में भरकर कोर्ट तक लाया गया. चार्जशीट में अजय मिश्र टेने के रिश्तेदार वीरेंद्र शुक्ला का नाम है.

  1. लखीमपुर हिंसा केस में 500 पन्नों की चार्जशीट दाखिल
  2. SIT ने चार्जशीट में एक और आरोपी का नाम है जोड़ा 
  3. 201 के तहत विशेष जांच टीम ने दायर किया आरोप पत्र

आपको बता दें कि वीरेंद्र शुक्ला, लखीमपुर के पलिया का ब्लॉक प्रमुख है. इसी वीरेंद्र शुक्ला पर 201 के तहत आरोप पत्र दाखिल किया गया है. वहीं कुल 14 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया है. लखीमपुर हिंसा मामले में अब तक 7 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. 

क्या है चार्जशीट में?

चार्जशीट में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा उर्फ मोनू को मुख्य आरोपी बताया गया है. एसआईटी ने जो चार्जशीट सीजेएम कोर्ट में दाखिल की है उसमें एक नाम बढ़ाया गया है. मंत्री टेनी के रिश्तेदार और पलिया ब्लॉक प्रमुख वीरेंद्र शुक्ला का नाम भी चार्जशीट में है.

SIT की टीम को इस केस में पहली गिरफ्तारी होने के 90 दिन पूरे होने यानी तीन महीने में चार्जशीट दाखिल करनी थी और तिकुनिया कांड को ​घटित हुए आज तीन महीने पूरे हो गए हैं. बीते साल 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी केतिकुनिया कस्बे में हुई हिंसा में चार किसानों और एक पत्रकार सहित 8 लोगों की जान गई थी. 

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SC तक गया था मामला

आपको बता दें कि ये मामला सुप्रीम कोर्ट (SC) तक पहुंचा था. इस मामले के गवाहों को सुरक्षा प्रदान करने के निर्देश उत्तर प्रदेश (UP) सरकार को दिए गए थे. सुप्रीम कोर्ट ने प्रदेश सरकार को धारा 164 के तहत न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने अन्य गवाहों के बयान दर्ज कराने और विशेषज्ञों से डिजिटल साक्ष्यों की जल्द जांच कराने के भी आदेश दिए थे.

तीन अक्टूबर को क्या हुआ था?

लखीमपुर खीरी जिले के तिकुनिया क्षेत्र में तीन अक्टूबर को हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी. हिंसा की जांच के लिए गठित एक विशेष जांच दल (SIT) ने मामले में 12 अन्य आरोपियों की पहचान की थी और उन्हें गिरफ्तार किया था. आशीष मिश्रा उर्फ मोनू समेत सभी 13 आरोपी अभी न्यायिक हिरासत में हैं.

नवंबर में इसी लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने मुख्‍य आरोपी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा ‘टेनी’ के पुत्र आशीष मिश्रा उर्फ मोनू समेत तीन आरोपियों की जमानत अर्जी खारिज कर दी थी. 

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इस्तीफे की मांग पर अड़ा विपक्ष

इस मामले को लेकर कांग्रेस पार्टी समेत पूरा विपक्ष केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के इस्तीफे की मांग पर अड़ा है. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी लगातार इस मामले को लेकर ट्वीट करते रहे हैं. संसद के शीतकालीन सत्र में भी इस मसले पर जमकर हंगामा हुआ था.

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