पुलिस की एक गलती से टावर पर चढ़ी युवती, किया हंगामा
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पुलिस की एक गलती से टावर पर चढ़ी युवती, किया हंगामा

महिला आयोग की शोभा ओझा ने बताया कि राज्य प्रशासन की यही सच्चाई है. यहां पहले तो एफआईआर नहीं लिखी जाती, और अगर किसी तरह एफआईआर हो भी जाती है, तो फरियादी पर ही दबाव बनाया जाता है. 

टावर पर चढ़ी युवती

भोपालः मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक युवती न्याय की तलाश में सीएम हाउस के सामने पॉलिटेक्निक टावर पर चढ़ गई. युवती का कहना है कि उसने पुलिस में छेड़छाड़ की शिकायत की थी, लेकिन पुलिस आरोपी को पकड़ने के बजाय उस पर ही केस वापस लेने का दबाव बना रही है. जिससे युवती को मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ा और उसने वीआईपी रोड़ स्थित पॉलिटेक्निक टावर पर चढ़ कर न्याय नहीं दिए जाने का विरोध किया. 

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प्रशासन द्वारा युवती को सुरक्षित नीचे उतार लिया गया है. एडिशनल एसपी आर एस मिश्रा ने बताया युवती की कम्प्लैन लिखी गई थी, मामले में और जानकारी के लिए संबंधित लोगों से पूछताछ की जा रही है. केस में हर एंगल से जांच की जानकारी मिलने के बाद मामले का खुलासा किया जाएगा.

वीआईपी रोड़ पर हुई थी छेड़छाड़
युवती को सुरक्षित टावर से नीचे उतारने के बाद उसका पक्ष सुना गया. जिसके बाद युवती ने बताया कि 3 नवंबर को उसने एक लड़के को 60 हजार रुपये उधार दिए थे, जो उसे दो दिन बाद लौटाने वाला था. युवती ने बताया वो लड़के को दो-तीन साल से जानती है, जब दो दिन बाद युवती रुपये लेने वीआईपी रोड़ पहुंची तो लड़के ने नशे की हालत में उससे छेड़छाड़ की और पैसे लौटाने भी नहीं लौटाए. 

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जिसकी शिकायत युवती ने कोहेफिजा थाने में की. युवती ने बताया उसकी कम्प्लैन पर एक्शन लेने के बजाय थाने की महिला अधिकारी ने उल्टा उसे ही केस वापस लेने के लिए प्रताड़ित किया. जिससे युवती को मानसिक तनाव हुआ और अंत में न्याय नहीं मिलता देख युवती ने वीआईपी रोड़ स्थित टावर पर चढ़ कर प्रदर्शन किया. 

महिला आयोग ने बताया प्रदेश की यही सच्चाई
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने इस मामले पर कहा कि प्रदेश प्रशासन की यही सच्चाई है. यहां पहले तो फरियादी की शिकायत नहीं लिखी जाती, और लिखने के बाद न्याय दिलाने के बजाय फरियादी को ही परेशान किया जाता है. उन्होंने बताया खुद को प्रदेश की बेटियों का मामा कहने वाले शिवराज के राज बेटियां सुरक्षित नहीं है. 

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उन्होंने नरसिंहपुर में हुए बलात्कार का उदाहरण देते हुए बताया कि वहां भी युवती की शिकायत दर्ज नहीं की गई थी, यहां तक कि उसे न्याय के लिए आत्महत्या करना पड़ गया. 

एएसपी मिश्रा ने बताया कि युवती ने पहले 60 हजार रुपये नहीं लौटाने की शिकायत की थी और बाद में छेड़छाड़ की शिकायत की. मामले के हर पक्ष में पूछताछ के साथ जांच की जा रही है, सच्चाई सामने आने के बाद मामले का खुलासा कर दिया जाएगा.

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