राजधानी भोपाल के ये डॉक्टरः बगैर PPE किट पहने, मरीजों को दे रहे मुफ्त इलाज, वजह जानकर हो जाएंगे भावुक
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राजधानी भोपाल के ये डॉक्टरः बगैर PPE किट पहने, मरीजों को दे रहे मुफ्त इलाज, वजह जानकर हो जाएंगे भावुक

अपने इस काम से उन्होंने अब तक करीब 200 मरीजों को कोरोना वायरस से मुक्ति दिला दी है.

प्रतीकात्मक तस्वीर

आकाश द्विवेदी/भोपालः देशभर में कोरोना वायरस सक्रिय है, इस महामारी की दूसरी लहर बहुत तेजी से फैल रही है. ऐसे समय में भी कई लोग मेडिकल उपकरणों की कालाबाजारी से बाज नहीं आ रहे, जिससे लोगों को परेशानियां हो रही हैं. लेकिन इन सब के बीच कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो लोगों की मदद के लिए एकस्ट्रा काम करने से भी पीछे नहीं हट रहे. हम बात कर रहे हैं भोपाल के दो डॉक्टर्स की, जो कोरोना मरीजों का इलाज बगैर पीपीई किट पहने, मुफ्त में उनके घर-घर जाकर कर रहे हैं.

करीब 200 मरीजों को किया स्वस्थ
राजधानी भोपाल के हमीदिया अस्पताल में डॉ यशवंत और डॉ आशीष महामारी के दौर में कोरोना मरीजों का इलाज करते हैं. अस्पताल में 8 घंटे ड्यूटी के बाद भी दोनों कोरोना मरीजों के घर जाते हैं और उनका मुफ्त इलाज करते हैं. इन मरीजों में वो लोग शामिल हैं, जो घरों में अकेले या बुजुर्ग हैं, जिनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं, उनकी देखभाल दोनों डॉक्टर्स कर रहे हैं. अपने इस काम से उन्होंने अब तक करीब 200 मरीजों को कोरोना वायरस से मुक्ति दिला दी है.

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बिना पीपीई किट के जाते हैं इलाज करने
दोनों के बारे में खास बात यह है कि ये दोनों मरीजों के पास बिना पीपीई किट के जाते हैं. इनका मानना है कि बिना पीपीई किट के जाने से मरीजों को अपनापन महसूस होता है. क्योंकि ये ऐसा समय है जब अपने भी दूर हो जाते हैं. इसलिए वे बिना पीपीई किट के मरीजों का इलाज करते हैं, ताकि उनका केयर भी बेहतर होता रहे और उन्हें अपनेपन का अहसास भी हो.

दवा 50% तक ही काम करती है
डॉ यशवंत बताते हैं कि मरीज के शरीर पर दवा 50 फीसदी तक ही काम करती है. बाकी मरीज मोटिवेशन और अपनी इच्छा शक्ति के सहारे ही जीतता है. इसलिए वे मरीजों को मोटिवेट भी कर रहे हैं. बता दें कि ये दोनों डॉक्टर 8 घण्टे हमीदिया में ड्यूटी के बाद ये काम करते हैं ऐसे में इन्हें सोने के लिए महज 4 घण्टे ही मिल पाते हैं. इसके अलावा देश के अलग अलग हिस्सों में लोगों का टेलीमेडिसिन के जरिये इलाज भी कर रहे हैं.

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