आरोपी ने कहा, उसे डर था कि कहीं उसकी गर्लफ्रेंड का नाम इस पूरे मामले में न आ जाए, इसीलिए उसने पहले ही पुलिस में अपनी गिरफ्तारी दे दी.
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हितेश शर्मा/दुर्गः कोरोना संक्रमण की इस महामारी ने लोगों को उस स्तर पर ला दिया, जहां उनके बस में कुछ नहीं रहा. हर कोई उम्मीद के भरोसे बैठा है, लेकिन ऐसे में भी कई लोग कालाबाजारी करने से बाज नहीं आ रहे. इंजेक्शन-ऑक्सीजन मास्क कालाबाजारी मामले में दुर्ग पुलिस को भी एक आरोपी की तलाश थी, जिसने बुधवार को सरेंडर कर दिया.
गर्लफ्रेंड का नाम न आए इसलिए सरेंडर किया
कालाबाजारी मामले में 12 मई को दुर्ग पुलिस ने सलमान अली नामक आरोपी को गिरफ्तार किया. वहीं जावेद खान नामक दूसरा आरोपी फरार था, जिसने बुधवार को सरेंडर किया. उसने कहा, उसे डर था कि कहीं उसकी गर्लफ्रेंड का नाम इस पूरे मामले में न आ जाए, इसीलिए उसने पहले ही पुलिस में अपनी गिरफ्तारी दे दी.
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आरोपी के पास मिले थे इंजेक्शन
मामला 12 मई का है, लॉकडाउन में खाद्य एवं औषधि विभाग ने पुलिस के साथ मिलकर संयुक्त कार्रवाई को अंजाम दिया. खाद्य विभाग के निरीक्षक बृजराज सिंह को रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी की सूचना मिली थी. इसी आधार पर निरीक्षक बृजराज सिंह ने निरीक्षक ईश्वरी नारायण सिंह के साथ मिलकर प्लान बनाया. दोनों नकली ग्राहक बनकर आरोपियों के पास पहुंचे और एक को न्यू बसंत टॉकीज के पास से गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने वहां से 6 नग रेमडेसिविर के साथ ही 6 नग ऑक्सीजन मास्क भी बरामद किए.
5400 रुपए प्रति इंजेक्शन का सौदा तय किया
दोनों अधिकारियों ने सूचना मिलते ही ग्राहक बनकर आरोपी को फोन किया और 5400 रुपए प्रति इंजेक्शन का सौदा कर 21,600 रुपए के भुगतान की बात कही. प्रशासन की टीम नकली ग्राहक बनकर न्यू बसंत टॉकीज पहुंची, जहां जावेद खान अपने साथी सलमान अली के साथ कार में बैठा था.
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इस तरह फरार हुआ था आरोपी
ग्राहकों को देख जावेद ने सलमान को कार से उतारा और उसे इंजेक्शन देने के लिए भेज दिया. पुलिस ने एक्शन लेते हुए सलमान को पकड़ा, उतने में जावेद कार लेकर फरार हो गया. आरोपी ने बताया कि वह पेशे से ड्राइवर है और धमतरी से इंजेक्शन खरीद कर लाया था, उसे ही वह बेचने की तैयारी में था. दूसरा आरोपी जरूरतमंद लोगों के घर मेडिकल ऑक्सीजन सप्लाई का काम करता था.
ड्रग एक्ट के तहत होगी कार्रवाई
पुलिस पिछले 7 दिनों से आरोपी की तलाश में थी, लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा. लेकिन बुधवार को अचानक ही आरोपी खुद पुलिस स्टेशन आया और उसने सरेंडर कर दिया. ड्रग विभाग ने आरोपी सलमान से पूछताछ कर छावनी पुलिस को सौंप दिया. आरोपियों पर ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट 1940 की धारा 18 सी के तहत कार्रवाई होगी.
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माशूका को बचाने कर दिया सरेंडर
इतने दिनों से फरार चल रहे जावेद ने पूछताछ में बताया कि उसने गर्लफ्रेंड को बचाने के लिए सरेंडर किया. उसे डर था कि उसके आरोप की सजा कहीं उसकी माशूका को न मिल जाए. पूरे मामले से उसका नाम बचाने के लिए ही जावेद ने सरेंडर कर दिया.
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