ट्रांसजेंडर राधा को मिला पहला पहचान प्रमाण पत्र, आंखों में आंसू लिए बोलीं-'मैं डॉक्टर बनना चाहती थी'
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ट्रांसजेंडर राधा को मिला पहला पहचान प्रमाण पत्र, आंखों में आंसू लिए बोलीं-'मैं डॉक्टर बनना चाहती थी'

बैतूल में ट्रांसजेंडर (Transgender) राधा को पहला प्रमाण पत्र मिला है. जिससे वह बेहद खुश है. मुलताई निवासी ट्रांसजेंडर राधा को मंगलवार को कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस द्वारा ट्रांसजेंडर पहचान प्रमाण पत्र और परिचय पत्र प्रदान किया गया. 

किन्नर राधा को मिला पहचान प्रमाण पत्र

इरशाद हिंदुस्तानी/बैतूल: मध्य प्रदेश सरकार की कवायदें रंग ला रही है. अब ट्रांसजेंडर  (Transgender)को भी पहचान मिल सकेगी.ट्रांसजेंडर (Transgender) व्यक्तियों को भी शासन की विभिन्न विभागीय योजनाओं का लाभ मिल सकेगा. बैतूल में ट्रांसजेंडर (Transgender) राधा को पहला प्रमाण पत्र मिला है. जिससे वह बेहद खुश है. मुलताई निवासी ट्रांसजेंडर राधा को मंगलवार को कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस द्वारा उभयलिंगी पहचान प्रमाण पत्र और परिचय पत्र प्रदान किया गया. 

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पहचान प्रमाण पत्र पाकर राधा बेहद खुश नजर आईं. उनकी आंखों में खुशी के आंसू थे.राधा ने कहा कि वह चाहती हैं कि ट्रांसजेंडर को पढ़ाई-लिखाई की सुविधा मिले. उन्हें सामान्य नागरिक के रूप में अवसर प्राप्त होना चाहिए. राधा ने प्रमाण पत्र के लिए सरकार को कई बार धन्यवाद किया.

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स्कूल जाने का सपना नहीं हुआ पूरा
राधा ने बताया कि उनका जन्म एक गरीब परिवार में हुआ था. वह पढ़-लिखकर डॉक्टर बनना चाहती थी, लेकिन गरीबी के चलते उनका सपना पूरा नहीं हो सका. वह बताती हैं कि जब भी स्कूल के सामने से जब गुजरती थीं तो स्कूल जाने का बहुत मन होता था. लेकिन वह परिस्थितियों के आगे मजबूर थीं.

राधा की अपील
राधा ने लोगों से अपील की है कि यदि किसी के घर में इस तरह का बच्चा जन्म लेता है तो उसे घर से अलग न करें. बल्कि उसे पढ़ाए-लिखाएं और सामान्य जीवन जीने दें. 

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