इनसे सीखें: धान की 25 देसी विलुप्त प्रजातियों को बचाने में जुटा यह किसान, जानिए क्या है फायदा
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इनसे सीखें: धान की 25 देसी विलुप्त प्रजातियों को बचाने में जुटा यह किसान, जानिए क्या है फायदा

74 वर्षीय प्रगतिशील किसान श्याम लाल राठौर 25 देसी किस्म के विलुप्त प्रजाति के धान के संरक्षण और संवर्धन की तैयारी में जुटे हैं. बलौदा ब्लाके के बिरगहनी गांव के स्नातक तक पढ़े श्याम लाल राठौर के प्रयास से एकबार फिर देसी किसम के धान के पैदावार की आस जगी है. 

फाइल फोटो

प्रकाश शर्मा/जांजगीर-चांपा: छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा का एक किसान धान के देसी विलुप्त प्रजातियों को संग्रहित करने में जुटा हुआ है. इसी का नतीजा है कि जिले में सालों बाद दर्जनों देसी किस्म के धान की खेती होगी. फसल पूर्ण जैविक आधार पर उगाई जाएगी.

जिले के 74 वर्षीय प्रगतिशील किसान श्याम लाल राठौर 25 देसी किस्म के विलुप्त प्रजाति के धान के संरक्षण और संवर्धन की तैयारी में जुटे हैं. बलौदा ब्लाके के बिरगहनी गांव के स्नातक तक पढ़े श्याम लाल राठौर के प्रयास से एकबार फिर देसी किसम के धान के पैदावार की आस जगी है. कृषक श्याम लाल के खेत में पैदावार के बाद यह धान अन्य किसानों को भी वितरित किए जाऐंगे.

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गौरतलब है कि अधिक फसल उत्पादन लेने की होड़ में जिले के किसानों ने देसी किस्म के धान की खेती को छोड़कर हाईब्रिड धान की खेती करना शुरू कर दिया था. जिसके लिए अत्याधिक रासायनिक खादों की जरूरत होती है. जिससे जमीन की उर्वरा शक्ति कम होती है. वहीं खेतों में उपयोग की जाने वाली रासायनिक खादों का दुष्प्रभाव पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य पर भी देखा जा रहा है. इसी को देखते हुए श्याम लाल राठौर जैविक तरीके से विलुप्त प्रजाति के धान का संग्रहण का काम प्रारंभ किया है.

श्याम लाल राठौर ने बताया कि उन्होंने देसी किस्म के जो धान बीज संग्रहित किये हैं उनमें मुख्य रूप से करहनी धान, सहित दुबराज, झूमर, बूड़ी शैला, कंकड़िया, गुरमटिया, चेप्टी गुरमटिया, पड़की, परेवा, दुबराज, लोहदी माह, रानीकाजर सहित अन्य कई प्रजाति शामिल हैं. उन्होंने बताया कि देसी धान में पौष्टिक तत्व अधिक मात्रा में होता है, उसके साथ ही साथ औषधीय गुण भी भरपूर होता है. हाईब्रिड धान बीमारियों का जड़ है.

श्याम लाल के इस प्रयास की लगातार प्रशंसा हो रही है. साथ ही अब अन्य किसान भी उनके साथ कदम से कदम मिलाकर देसी किस्म के धान के पैदावार की तैयारी कर रहे हैं.

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