मध्य प्रदेशः योग दिवस के कार्यक्रम में पीएम की फोटो नहीं लगाने पर बीजेपी नेताओं ने जताई आपत्ति
Advertisement
trendingNow1/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh543373

मध्य प्रदेशः योग दिवस के कार्यक्रम में पीएम की फोटो नहीं लगाने पर बीजेपी नेताओं ने जताई आपत्ति

भोपाल के लाल परेड मैदान में योग कार्यक्रम में मंच पर लगे बैनर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तस्वीर नहीं होने पर भाजपा नेता और नगर निगम के महापौर आलोक शर्मा ने कड़ी आपत्ति जताई है.

विश्व में आज योग दिवस मनाया गया.

भोपालः अंतराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के लाल परेड मैदान में शुक्रवार सुबह सामूहिक योग कार्यक्रम में मंच पर लगे बैनर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तस्वीर नहीं होने पर भाजपा नेता और भोपाल नगर निगम के महापौर आलोक शर्मा ने कड़ी आपत्ति जताई है.

लाल परेड ग्राउंड पर आयोजित सामूहिक योग के मुख्य सरकारी कार्यक्रम में मंच पर लगे बैनर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तस्वीर नहीं होने पर महापौर आलोक शर्मा सहित भाजपा नेताओं ने कार्यक्रम में मौजूद प्रदेश सरकार के स्कूली शिक्षा मंत्री प्रभूराम चौधरी के समक्ष अपनी आपत्ति दर्ज कराई.

महापौर शर्मा ने कहा, ‘‘दुनिया में योग को पहचान दिलाने में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विशेष योगदान है और उन्हीं के प्रयासों से संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया. राजनीति अपनी जगह है लेकिन उनके योगदान और देश के प्रधानमंत्री होने के नाते मोदी जी की तस्वीर मंच पर लगे बैनर में होनी चाहिये थी.’’ 

उन्होंने कहा,‘‘नगर निगम में महापौर होने के नाते हम शहर की सरकार में हैं और नगर निगम आयुक्त हमसे कहते हैं कि हर कार्यक्रम में मुख्यमंत्री की फोटो लगाये तो राज्य को भी इस तरह के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री की फोटो लगानी चाहिये. मैंने वहां उपस्थित प्रदेश सरकार के मंत्री प्रभुराम चौधरी से इस मामले में अपनी आपत्ति दर्ज कराई.’’ दूसरी ओर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता नरेन्द्र सलूजा ने कहा कि ऐसा कोई नियम नहीं है कि सभी सरकारी कार्यक्रमों में प्रधानमंत्री का फोटो लगाया जाये.

प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने इस संबंध में ट्वीट किया, ‘‘योग तो जोड़ता है, शरीर, मन, बुद्धि और आत्मा को स्वस्थ करता है. पर लाल परेड के आयोजन के बैक ड्रॉप में देश के प्रधानमंत्री का चित्र न होना कांग्रेस सरकार के छोटे मन व छोटी सोच को उजागर करता है. इसके पहले भी सरकारी कार्यालय, सर्किट हाउस में भी ऐसा उजागर हुआ है.’’ अग्रवाल ने आरोप लगाया कि प्रदेश में जब भाजपा का शासन था तो तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस तरह के कार्यक्रमों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते थे और सबके साथ स्वयं भी योग करते थे. लेकिन वर्तमान मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अंतराष्ट्रीय योग दिवस पर अपने सरकारी निवास में योग किया और औपचारिकता पूरी करते हुए इसकी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर जारी कर दी.

दूसरी ओर प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट में कहा, ‘‘योग दिवस की सभी को शुभकामनाएं. योग करें- स्वस्थ रहे. योग को अपनी प्रतिदिन की दिनचर्या में शामिल करे.’’ इसबीच अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्यालय में सामूहिक योग का आयोजन हुआ. पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान सहित पार्टी के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने सामूहिक योग किया. प्रदेश के सभी 56 संगठनात्मक जिलों और मंडल केन्द्रों पर योग दिवस पर सामूहिक योग के कार्यक्रम सम्पन्न हुए.

सामूहिक योग के पश्चात चौहान ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि योग भारत का विश्व को अनुपम उपहार है. इससे मनुष्य का शरीर स्वस्थ और मन प्रसन्न रहता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को धन्यवाद दूंगा, जिन्होंने योग का वैश्वीकरण किया है.

उन्होंने कहा कि 190 देशों में योग किया जा रहा है. बाबा रामदेव, श्री श्री रविशंकर और जग्गी वासुदेव जैसे कई महर्षि हैं, जिन्होंने योग को दुनिया मे पहुंचाने का काम किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की पहल पर ही संयुक्त राष्ट्र संघ ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को मान्यता दी है.

वहीं मध्यप्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने योग दिवस के अवसर पर आज राजभवन में आयोजित योगाभ्यास कार्यक्रम में कहा कि जीवन में योग को अपनाएँ और दूसरों को भी योग का महत्व बताएँ.

उन्होंने कहा कि योग वह क्रिया है जो शरीर, मन और बुद्धि के बीच सकारात्मक तालमेल स्थापित करती है. इससे दुनिया को देखने और समझने का सकारात्मक नज़रिया बनता है. उन्होंने कहा कि अगर देश के हर उम्र के लोग नियमित दिनचर्या में योग को शामिल कर लें, तो स्वस्थ मस्तिष्कों के ऊर्जावान कार्यों से देश-प्रदेश को निरंतर आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता.

Trending news