छत्‍तीसगढ़: CM रमन सिंह ने भरा पर्चा, योगी आदित्‍यनाथ भी रहे मौजूद
Advertisement
trendingNow1/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh460402

छत्‍तीसगढ़: CM रमन सिंह ने भरा पर्चा, योगी आदित्‍यनाथ भी रहे मौजूद

रमन सिंह ने अपनी परंपरागत सीट राजनांदगांव से नामांकन पत्र दाखिल किया है.

रमन सिंह ने राजगांदगांव से पर्चा भरा है.(फाइल फोटो)

रायपुर: आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर छत्‍तीसगढ़ के मुख्‍यमंत्री रमन सिंह ने अपनी परंपरागत सीट राजनांदगांव से नामांकन पत्र दाखिल किया है. इस दौरान उनके साथ यूपी के सीएम योगी आदित्‍यनाथ समेत अन्‍य कई बड़े नेता मौजूद थे. इससे पहले छत्‍तीसगढ़ के पूर्व मुख्‍यमंत्री अजीत जोगी ने ऐलान किया था कि वह रमन सिंह के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरेंगे लेकिन बाद में उन्‍होंने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया. इस हाई-प्रोफाइल सीट से रमन सिंह को चुनौती देने के लिए कांग्रेस ने अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करुणा शुक्‍ला को मैदान में उतारने का ऐलान किया है.

  1. इस सीट से कांग्रेस ने करुणा शुक्‍ला को उतारा है
  2. करुणा शुक्‍ला अटल जी की भतीजी हैं
  3. पहले चुनाव लड़ने का ऐलान कर अजीत जोगी पीछे हटे

बीजेपी के शिखर पुरुषों में शामिल पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी की भतीजी करुणा शुक्ला काफी दिनों से भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. कभी छत्तीसगढ़ में बीजेपी का चेहरा रहीं करुणा शुक्ला पिछले काफी दिनों से आलाकमान से नाराज चल रही थीं. ऐसे में पहले ही  लग रहा था कि वह कांग्रेस का दामन थाम सकती हैं. सोमवार को छत्तीसगढ़ पहुंचे राहुल गांधी ने उनसे रैली के मंच पर जिस तरह बात की, उससे ही तय हो गया था कि कांग्रेस उनके लिए कुछ बड़ा सोच रही है.

BJP सांसद ने किया राहुल गांधी पर हमला, कहा-'देश के खिलाफ काम करने वालों को करते हैं प्रोत्साहित'

बीजेपी से सांसद रह चुकी हैं...
करुणा शुक्ला बीजेपी टिकट पर कोरबा से सांसद रह चुकी हैं. वह बलोदा बाजार से विधायक भी रही हैं. बीजेपी में अपनी उपेक्षा का आरोप लगाकर उन्होंने 2014 के आम चुनावों से पहले कांग्रेस का हाथ थाम लिया. कांग्रेस ने करुणा शुक्ला को बिलासपुर से टिकट दिया, लेकिन वह हार गईं.

अजीत जोगी नहीं लड़ेंगे
अजीत जोगी ने कहा है कि वह इस बार कहीं से चुनाव नहीं लड़ेंगे. पहले उन्‍होंने राजनांदगांव से उतरने की घोषणा की थी. उनके मैदान में नहीं उतरने से सबसे ज्‍यादा बेचैनी कांग्रेसी खेमे में है. कांग्रेस का मानना है कि अजीत जोगी के चुनाव न लड़ने का फैसले का सीधा फायदा बीजेपी को मिलेगा. कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेताओं का मानना है कि अजीत जोगी का फैसला यह चुनाव बीजेपी को गिफ्ट करने जैसा है. कांग्रेस दरअसल पहले से ही आरोप लगा रही है कि अजीत जोगी, बीजेपी की बी-टीम का हिस्‍सा हैं. यानी कि कांग्रेस के वोटबैंक में सेंधमारी के लिए बीजेपी की शह पर ही अजीत जोगी ने पार्टी बनाई है.

दरअसल कांग्रेस और अजीत जोगी का वोटबैंक कमोबेश एक जैसा है. कांग्रेस को आशंका है कि अजीत जोगी इस वोटबैंक में ही सेंधमारी करेंगे और इसका सीधा फायदा बीजेपी को होगा. उसकी एक बड़ी वजह यह भी है कि अभी तक छत्‍तीसगढ़ में सीधा मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच में होता था. अजीत जोगी, बसपा और भाकपा के महागठबंधन के बाद ये मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है. राजनीतिक विश्‍लेषकों के मुताबिक बहुपक्षीय मुकाबले में बीजेपी को अक्‍सर फायदा होता है.

Trending news