कई बार ग्रामीण अपनी शिकायत लेकर प्रशासन के पास जा चुके हैं और गांव में पानी की किल्लत होने की शिकायत कर चुके हैं, लेकिन आज तक प्रशासन की नींद नहीं खुली है और न ही गांव में पानी पहुंचा है. जिसके चलते ग्रामीणों को कई किलोमीटर का सफर तय करके पानी लाना पड़ रहा है
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नई दिल्लीः छत्तीसगढ़ में आज भी ऐसे कई ग्रामीण और शहरी क्षेत्र हैं जहां राज्य के आजाद होने के एक दशक बाद भी कोरिया जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की समस्या इतनी बढ़ गई है कि ग्रामीणों को बूंद-बूंद के लिए तरसना पड़ रहा है. गांव के नदी नाले सुख गए हैं और दूर-दूर तक गांव में एक भी हैंडपंप तक नहीं है. ऐसे में कई बार ग्रामीण अपनी शिकायत लेकर प्रशासन के पास जा चुके हैं और गांव में पानी की किल्लत होने की शिकायत कर चुके हैं, लेकिन आज तक प्रशासन की नींद नहीं खुली है और न ही गांव में पानी पहुंचा है. जिसके चलते ग्रामीणों को कई किलोमीटर का सफर तय करके पानी लाना पड़ रहा है.
कोरिया के खड़गवां के ग्राम पंचायत जड़हरी के वार्ड क्रमांक 11 ठीहाईपारा में रहने वाले ग्रामीण पीने के पानी की एक-एक बूंद के लिए 2 किलोमीटर का सफर तय कर पानी लाते हैं. वहीं इस वार्ड में आज तक प्रशासन ने एक भी हैंडपम्प तक नही लगा. ग्रामीण अब नदी में पानी के लिए भटक रहे हैं. वहीं एक चट्टान के पास पानी मिला जहां वह अपने पीने के लिए पानी भरते हैं. ग्रामीणों की मानें तो यह समस्या कई वर्षों से है, लेकिन जिले के आला अधिकारियों ने आज तक इस ओर कोई पहल नहीं की है.
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वहीं ग्रामीणों कई बार ग्रामसभा और ग्राम सुराज में इलाके में पानी न होने की शिकायत कर चुके हैं, मगर आज तक उनकी कोई भी सुनने वाला नहीं है. इस वार्ड के ग्रामीण सुबह होते ही अपने परिवार के साथ नदी में पानी की तलाश करने के लिए निकल पड़ते हैं. वहीं ग्रामीण कहते हैं कि हमारे वार्ड की अबादी लगभग 50 लोगों की है और हम लोग वोट डालने भी जाते हैं. मगर जितने के बाद भी कोई भी जनप्रतिनिधि हमारे गांव में आज तक नही आया है.
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वहीं जब हमने गांव की महिलाओं से बात की तो उन्होंने कहा कि कई बार इसकी शिकायत सरपंच से की मगर आज तक कोई भी हमारी नही सुनता. वहीं गांव के बुजुर्गों के द्वारा बताया गया कि हमारी एक पीढ़ी भी मिट गई है मगर आज तक हमारे गांव में हैंडपम्प नही लगा. सबसे ज्यादा दिक्कत गर्मी और बरसात में होती है जब हमलोग खेत मे जमा पानी पीते हैं और बीमार भी हो जाते हैं. मगर क्या करें पानी के लिए बिना पानी के कैसे रहें. वहीं जब हमने अधिकारियों से इस बारे में जानकारी ली तो उनके द्वारा बताया गया कि संबंधित विभाग से जानकारी मांगी गई है और जल्द ही गांव में पानी की व्यवस्था की जाएगी.