छत्तीसगढ़ में अंडे की उबाल पर फिर बवाल; भाजपा नेता ने दी प्रतिक्रिया, इसलिए नहीं दिया जाता एग
Advertisement
trendingNow1/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh2486693

छत्तीसगढ़ में अंडे की उबाल पर फिर बवाल; भाजपा नेता ने दी प्रतिक्रिया, इसलिए नहीं दिया जाता एग

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में मध्यान्ह भोजन में बच्चों को अंडा नहीं दिया जा रहा है. जबकि मेन्यू में अंडा देने का प्रावधान है, प्रदेश के कई जिलों से खबरें आई है कि प्राथमिक शाला और माध्यमिक शाला में बच्चों की थाली से अंडा गायब है, इसे लेकर भाजपा नेता ने प्रतिक्रिया दी है. 

छत्तीसगढ़ में अंडे की उबाल पर फिर बवाल; भाजपा नेता ने दी प्रतिक्रिया, इसलिए नहीं दिया जाता एग

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में  प्राथमिक शाला और माध्यमिक शाला स्कूलों में मध्यान्ह भोजन से अंडा गायब हो चुका है, जबकि मेन्यू में अंडा है, ऐसे में लोगों की मानें तो  बच्चों को पौष्टिक भोजन नहीं मिल पा रहा है, प्रदेश के अंबिकापुर, सरगुजा, बलरामपुर सहित कई जगहों से इससे जुड़ी हुई खबरें सामने आई है. जिसके बाद अब इसपर सियासत शुरू हो गई है. भाजपा नेता ने प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि बहुत सारे पालकों और जनप्रतिनिधियों की मांग थी कि बच्चे शाकाहारी हैं इसलिए अंडे न दिए जाए, इसलिए बहुत से स्कूलों में नहीं दिए जा रहें. जानिए क्या है पूरा मामला. 

अंबिकापुर 
जिला मुख्यालय अंबिकापुर के 8 किलोमीटर के दायरे में संचालित प्राथमिक शाला और माध्यमिक शाला स्कूलों में मध्यान्ह भोजन से अंडा गायब हो चुका है, जिसकी वजह से बच्चों को पौष्टिक भोजन से दूर नजर आ रहे हैं. जी मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ में अंबिकापुर शहर के दर्जनों स्कूल का रियलिटी चेक किया, जिसमें पाया गया कि प्राइमरी और माध्यमिक शाला स्कूलों में एनजीओ के माध्यम से सेंट्रलाइज किचन का संचालन किया जा रहा है, इस एनजीओ के माध्यम से बच्चों को बुधवार के दिन दिए जाने वाला अंडा थाली से गायब नजर आ रहा है, वहीं स्कूल के प्रधान पाठक भी बता रहे हैं कि इस साल के शिक्षा सत्र से बच्चों को पौष्टिक भोजन के तौर एक अंडा दिया जाता था, उसे भी बंद कर दिया गया है.

इसे लेकर जिले के शिक्षा अधिकारी ने बताया की एनजीओ के द्वारा दिए जा रहे मध्यान्ह भोजन में अंडा शामिल नहीं किया गया है, क्योंकि अंडा देने की वजह से अतिरिक्त भार पड़ता हैं तो वहीं दूसरी तरफ ग्रामीण इलाकों की स्कूलों में मध्यान भोजन में अंडा दिया जा रहा है और जो भी संभव हो सकता है, वह बच्चों को खिलाया जाता है.

इसके अलावा जानकारी मिली है कि बलरामपुर जिले के सरकारी स्कूलों मे पढ़ने वाले बच्चों को दिए जाने वाले मध्यान्ह भोजन में सरकार द्वारा निर्धारित मेन्यू का पालन नहीं किया जा रहा है, स्कूलों मे मध्यान्ह भोजन के लिए सामग्री की सप्लाई करने वाले महिला स्वयं सहायता समूहों की मनमानी पर शिक्षा विभाग लगाम लगाने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो रहा है. 

जानकारी मिली है कि मध्यान भोजन के लिए सामग्री की सप्लाई का जिम्मा अलग अलग महिला स्वं सहायता समूहों को दी गई है,  जो सरकार द्वारा निर्धारित मेन्यू को दरकिनार करते हुए अपनी सुविधा के अनुसार स्कूलों मे सामग्री की सप्लाई कर रहें है जिसके कारण बच्चों की थाली से पौस्टिक आहार गायब हो चुका है और बच्चों को मध्यान्ह भोजन में सिर्फ दाल चावल और आलू सोयाबीन की बड़ी खिलाई जा रहीं है, हरी सब्जी के नाम पर महज खाना पूर्ति किया जा रहा है, स्कूलों में खाना बनाने वाली सरोइयां का कहना है की समूह द्वारा जो सामग्री उनको उपलब्ध कराई जाती है उसी को ही बनाकर बच्चों को खिलाया जा रहा है. 

मध्यान्ह भोजन मे अंडे दिए जाने की योजना का भी धरातल पर आज तक क्रियान्वयन नहीं हो पाया है, आपको बता दें की अक्टूबर 2023 में छत्तीसगढ़ की पूर्व सरकार और अजीम प्रेम जी नाम की एक प्राइवेट संस्था के बीच मे एक एमयू हुआ था जिसमें संस्था द्वारा सप्ताह मे एक दिन जिले के सरकारी स्कूलों मे दिए जाने वाले मध्यान्ह भोजन मे अंडा को भी शामिल करना था जो आज तक सिर्फ हवा हवाई ही बनकर रह गया है, इसके अलावा सरकारी मेन्यू में प्रत्येक शनिवार की मीठा भोजन यानि खीर पूड़ी भी दिया जाना था जिसका स्वाद आज बच्चे कभी चख नहीं पाए हैं.

इसके अलावा राजनांदगांव में मेन्यू की लिस्ट स्कूलों में टांगी जरूर है लेकिन इस मेन्यू के हिसाब से स्कूलों में भोजन नहीं बनाया जाता, जी मीडिया ने राजनादगांव के मोतीपुर स्कूल में बनाए जा रहे मध्यान्ह भोजन और बनाने वाली महिला समूहों की महिलाओं से बात की उनका तो कहना था कि मेनू के अनुसार हर रोज भोजन बनाया जाता है जिसमें दाल चावल सब्जी हर रोज होती है सप्ताह में एक बार खीर परोसी जाती है, बच्चो को चना गुड भी दिया जाता है लेकिन फल महंगे होने की वजह से नहीं दिए जाते, इसके अलावा अंडे परोसने का भी कोई प्रावधान नहीं है खाना बनाने वाली महिलाओं का कहना है कि अंडा दिए जाने का मेन्यू में भी कोई प्रावधान नहीं है उनकी जानकारी के अनुसार स्कूल में अंडा कभी भी नहीं दिए गया, वहीं स्कूल के बच्चों ने बताया कि भोजन तो अच्छा रहता है लेकिन मेनू के अनुसार नहीं रहता स्कूल के टीचर जो कहते हैं वही भोजन बनाया जाता उन्हें चना गुड़ कभी कभी मिलता है सप्ताह में एक बार खीर दी जाती है, साथ ही साथ बच्चों का कहना है कि उन्हें अंडा कभी भी नहीं दिया गया. 

अंडे को लेकर बोले भाजपा नेता 
अंडे न देने को लेकर भाजपा नेता गौरीशंकर श्रीवास ने कहा बहुत सारे पालकों और जनप्रतिनिधियों की मांग थी कि बच्चे शाकाहारी हैं इसलिए अंडे न दिए जाए, इसलिए बहुत से स्कूलों में नहीं दिए जा रहें हैं, आगे कहा कि फिर भी जहां ऐसी मांग नहीं थी और अंडे नहीं दिए जा रहे हैं उसकी सरकार समीक्षा करेगी और मुहैया कराएगी, हालांकि फिलहाल ऐसी शिकायत नहीं है. 

मध्य प्रदेश नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहाँ पढ़ें  MP News और पाएं MP Breaking News in Hindi हर पल की जानकारी । मध्य प्रदेश  की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार। जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!

Trending news