छत्तीसगढ़ के इस स्कूल ने रचा इतिहास, मोदी सरकार ने दिया इनाम
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छत्तीसगढ़ के इस स्कूल ने रचा इतिहास, मोदी सरकार ने दिया इनाम

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने छत्तीसगढ़ स्थित राजनांदगांव पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय (rajnadgaon police training school) को देश के श्रेष्ठ विद्यालय का दर्जा देकर अवार्ड दिया है.

छत्तीसगढ़ के इस स्कूल ने रचा इतिहास, मोदी सरकार ने दिया इनाम

किशोर शिल्लेदार/राजनांदगांव: भारत सरकार ने छत्तीसगढ़ पुलिस को एक और पुरस्कार से नवाजा गया है. राजनांदगांव स्थित पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय (rajnadgaon police training school) को श्रेष्ठ पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय का तमगा हासिल हुआ है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने वर्ष 2020-21 के लिये ये अवार्ड पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय राजनांदगांव को दिया है.

अब तक का तीसरा अवॉर्ड 
राजनांदगांव पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय को यह तीसरा अवॉर्ड मिला है, इससे पहले भी साल 2014-15 और साल 2018-19 में केंद्रीय गृह मंत्रालय श्रेष्ठ पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय के रूप में पुरस्कृत कर चुका है. 2020-21 के लिये ये सम्मान इसकी शान को और बढ़ा दिया है. अवार्ड मिलने से पूरे प्रशिक्षण विद्यालय में खुशी का माहौल है.

1906 में हुई थी स्थापना
राजनांदगांव पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय (rajnadgaon police training school) की स्थापना अविभाजित मध्यप्रदेश के समय वर्ष 1906 में हुई थी. 35.75 हेक्टेयर में स्थापित इस विद्यालय की स्थापना प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जवानों को बेतर प्रशिक्षण देने के उद्देश्य से की गई थी.

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इन्हें मिलता है प्रशिक्षण
इस प्रशिक्षण विद्यालय में नव आरक्षकों के बुनियादी प्रशिक्षण के अलावा आरक्षक, प्रधान आरक्षक, सहायक उपनिरीक्षक, प्रधान आरक्षक के रिफ्रेशर कोर्स के साथ ही अन्य प्रशिक्षण कोर्स भी चलाए जाते हैं. विद्यालय में काउंटर इंसरजेंसी एंड एंटी टेरेरिस्ट ट्रेनिंग भी दी जाती है, जिसका संचालन साल 2010 में शुरू किया गया था.

सेना के अधिकारी होते हैं तैनात
यहां छत्तीसगढ़ पुलिस को नक्सल उन्मूलन अभियान का विशेष प्रशिक्षण दिए जाने हेतु सेना के विशेषज्ञ अधिकारियों की तैनाती की गई है. विद्यालय में अब तक 75 बैचों का प्रशिक्षण सत्र सम्प्पन्न हो चुका है, जिनमे 537 महिला नव आरकक्ष व 15437 पुरुष नव आरक्षक शामिल हैं. सभी अब प्रदेश के अलग-अलग जिलों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं.

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