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तृप्ति सोनी/रायपुर। देश में इन दिनों धर्म गुरुओं की चर्चा बड़ी जोरों पर हैं. बयानों की बाढ़ आई पड़ी है. इस बीच वैलेंटाइन डे (Valentine day) से पहले काऊ हग डे (Cow Hug Day) चर्चा में में है. इस दिन देशभर में पशुपालन कल्याण बोर्ड गाय को गले लगाने की अपील कर रहा है. इस बीच Zee Media की टीम रायपुर के गौशाला पहुंची, जहां गायों को मिल रही सुविधाओं का जायजा लिया. यहां काम करने वालों से बात की.
गोकुलनगर गौशाला की अपील
राजधानी रायपुर की गोकुलनगर गौशाला में 400 गायें हैं. यहां गायों को बड़े प्रेम से चारा-पानी दिया जाता है. यहां के केयर टेकर बताते हैं कि एक गाय के पीछे 70 रुपए रोजाना खर्च आता है. इसकी पूर्ति वे गौमेय उत्पादों यानि गाय के गोबर और दूध से अलग-अलग प्रोडक्ट बनाकर करते हैं. इसी से गाय के देखरेख का बजट बनाते हैं.
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महिला और युवा भी कर रहे हैं अपील
गोकुलनगर गौशाला में गायों की सेवा करने वाली महिलाओं ने भी संदेश दिया कि जैसे हम इंसान से प्यार करते हैं. वैसे ही पशु भी प्यार की भाषा समझता है. इसलिए वे गौशाला आकर गाय को गले जरुर लगाएं. यूथ भी यही कह रहे हैं कि वैलेंटाइन डे की जगह काऊ हग डे मनाना ज्यादा सुकून देने वाला है.
भारत सरकार ने की है अपील
मत्स्य, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशानुसार, पशु कल्याण बोर्ड की ओर अपील में कहा गया है, ''हम सब जानते हैं कि गाय भारतीय संस्कृति और ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, गाय पशुधन और जैव विविधता का प्रतिनिधित्व करती है. ये मानवता को सब कुछ प्रदान करने वाली मां के समान है.'
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अपील में बोर्ड ने आगे कहा कि 'पश्चिमी संस्कृति के कारण वैदिक परंपराएं लगभग विलुप्ति की कगार पर हैं. गाय के बेहद ज्यादा फायदों को देखते हुए, गाय को गले लगाने से जज्बाती समृद्धि आएगी, व्यक्तिगत और सामूहिक खुशी बढ़ेगी. इसलिए, गौमाता के महत्व को ध्यान में रखते हुए 14 फरवरी को काउ हग डे के रूप में भी मना सकते हैं और जीवन को खुशहाल और सकारात्मक ऊर्जा से भरा हुआ बना सकते हैं'