ग्रामीणों से धोखाधड़ी! सरपंच-सचिव पर लाखों रुपये गबन का आरोप; पूछताछ बीच में ही छोड़ भाग निकला सचिव
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ग्रामीणों से धोखाधड़ी! सरपंच-सचिव पर लाखों रुपये गबन का आरोप; पूछताछ बीच में ही छोड़ भाग निकला सचिव

पूछताछ के दौरान महिला सरपंच गांव में नहीं दिखीं तो वहीं सचिव ने पूछताछ के दौरान ठीक से जवाब नहीं दिया. यहां तक कि वह जांच को बीच में ही छोड़कर भाग खड़े हुए.

सिमगा जनपद से जांच टीम गांव पहुंची

कैलाश जायसवाल/बलौदाबाजारः छत्तीसगढ़ के बालौदाबाजार जिले के भटभेरा गांव में 14वीं व 15वीं वित्त की राशि में सचिव व सरपंच की मिलीभगत से गड़बड़ी का मामला सामने आया. मामले में सिमगा जनपद से आए जांच अधिकारी के सामने पूछताछ के दौरान महिला सरपंच गांव में ही नहीं दिखीं तो वहीं सचिव साहब पूछताछ के बीच में ही भाग खड़े हुए. 

दोनों पर लाखों के गबन का आरोप!
राज्य की ग्राम पंचायतों में 14वीं और 15वीं वित्त की राशि के दुरप्रयोग का मामला सामने आया. यहां सिमगा जनपद की भटभेरा ग्राम पंचायत में RTI (Right to Information) के तहत एक शिकायतकर्ता ने जानकारी निकाली. जानकारी सामने आते ही शिकायतकर्ता ने सरपंच और सचिव पर लाखों रुपये के गबन का आरोप लगाया. 

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रुपये ले लिए, लेकिन काम नहीं हुआ
वेरिफिकेशन करने आई जांच टीम ने पाया कि प्रस्ताव में जो काम करवाए गए, उनका भुगतान तो लिया गया, लेकिन गांव में कहीं भी काम नहीं हुआ. पानी की टंकी के नाम पर 54 हजार का बिल लगाया गया, जो गांव में कभी बनी ही नहीं. गांव में वृक्षारोपण के नाम पर भी लाखों रुपये की हेरा-फेरी की गई. कुर्सी खरीदी, रंग रोगन, कुएं में कैपिंग के नाम पर भी बिना बिल के लाखों रुपये निकाल लिए गए. यहां तक कि गांव वालों ने गौठान में मवेशियों के लिए जो पैरा दान किया, दोनों ने उसे भी खरीदी बताकर पैसे ले लिए.

जांच छोड़ भाग गए सचिव
जांच टीम को फर्जीवाड़े की जानकारी मिलते ही उन्होंने सिमगा जनपद से उमा अनंत को पूछताछ के लिए भेजा. पूछताछ के दौरान महिला सरपंच गांव में नहीं दिखीं तो वहीं सचिव ने पूछताछ के दौरान ठीक से जवाब नहीं दिया. यहां तक कि वह जांच को बीच में ही छोड़कर भाग खड़े हुए. इस से अधिकारी भी नाराज हो गए और मामले की शिकायत उच्चधिकारियों से करने की बात कही. वहीं उमा अनंत ने सारे मामले में सरपंच और सचिव की मिलीभगत का आरोप लगाते हुए मामले की शिकायत कलेक्टर से करने की बात कही. 

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जांच के बाद होगी कार्रवाई
जनपद पंचायत CEO पंकज देव ने जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई करने की बात कही. उन्होंने कहा कि सिमगा जनपद से सामने आया यह कोई पहला मामला नहीं है, ऐसी कई और ग्राम पंचायतों में भी जांच जारी है. 

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