CM शिवराज की अधिकारियों को दो टूक, ''यह मेरी सरकार है, यहां पोस्टिंग का आधार मेरिट होगा''
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CM शिवराज की अधिकारियों को दो टूक, ''यह मेरी सरकार है, यहां पोस्टिंग का आधार मेरिट होगा''

शिवराज सिंह चैहान ने अधिकारियों से कहा, ''एक बात और साफ कर दूं कि यह अलग सरकार है. यहां पोस्टिंग का आधार मेरिट होगा. पिछली सरकार की तरह नहीं कि लिए-दिए और पोस्टिंग दे दी जाए.''

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान. (File Photo)

भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने बुधवार को मंत्रालय में मंत्रालय में वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कलेक्टर्स, कमिश्नर्स, पुलिस अधीक्षकों और पुलिस महानिरीक्षकों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की. बैठक में सभी पीएस, कलेक्टर, कमिश्नर, आईजी, एसपी एवं अन्य अधिकारी मौजूद रहे. मीटिंग शुरू होते ही सीएम ने अधिकारियों से दो टूक कहा कि यह काॅन्फ्रेंस कोई कर्मकांड नहीं है, मैं स्पष्ट कर दूं.

''यह अलग सरकार है, यहां पोस्टिंग का आधार मेरिट होगा''
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सुशासन का स्पष्ट मतलब समझाते हुए कहा कि बिना लिए.दिए समय पर जनता को शासन द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं का लाभ मिलना चाहिए. उन्होंने कहा, ''एक बात और साफ कर दूं कि यह अलग सरकार है. यहां पोस्टिंग का आधार मेरिट होगा. पिछली सरकार की तरह नहीं कि लिए-दिए और पोस्टिंग दे दी जाए. हर माह आपको हम एजेंडा देंगे जिस पर आपको काम करना होगा. यह एजेंडा कई माह तक चल सकता है.''

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''रूटीन गवर्नेंस और फोकस एजेंडे पर काम करना है''
मुख्यमंत्री ने कहा कि रूटीन गवर्नेंस प्रभावित ना हो, रोजमर्रा के काम ना रुके, लोग परेशान ना हों, हर विभाग के काम जैसे चल रहे हैं वैसे ही चलते रहना चाहिए. उन्होंने अधिकारियों से कहा, ''आप कुर्सी पर बैठे हुए हैं, आप टेबल के उस पार व्यक्ति के बारे में सोचिए. आप यह समझें कि आपके हाथ में आवेदन होता तो कैसा होता. कई बार काम करने के तरीके निकालने होते हैं. लोगों की भलाई के लिए काम करना है. एक चीज आप स्पष्ट समझ जाएं, रूटीन गवर्नेंस और फोकस एजेंडा. इसके लिए पूरी ताकत से काम करना है.''

''मेरे दिल में जैसी तड़प है वैसी तड़प आपमें भी होनी चाहिए''
शिवराज ने कहा कि मुझे मध्य प्रदेश के कल्याण, विकास, भलाई के अलावा कुछ नहीं दिखाई दे रहा. अधिकारियों से कहा कि आपको शासन की गतिविधियों को जमीन पर उतारना है. सीएम ने कहा, ''आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश को जमीन पर उतारना है, यह समय से हमको पूरा करना है. आप शासन के प्रतिनिधि हैं. दूसरे शब्दों में कहें तो आप मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि हैं. मुख्यमंत्री के दिल में जैसी तड़प है वैसी तड़प आपके दिलों में होना चाहिए. मैं अपना सर्वश्रेष्ठ दे रहा हूं, आप भी अपना सर्वश्रेष्ठ दें.''

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''सरकार का किसी से भी राग-द्वेष नहीं, अच्छा करने वाले की तारीफ होगी''
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट करते हुए अधिकारियों से कहा कि उनकी सरकार का किसी से भी राग.द्वेष नहीं है. जो अच्छा करेगा उसे सराहा जाएगा, लेकिन जिस ने गलती की उसे हटाने में देर नहीं होगी. शिवराज ने कहा कि लोकतंत्र में सबसे ज्यादा जरूरी है संवाद. अधिकारियों को जनता से कम्युनिकेशन करना होगा. आप यह न सोचें कि आप अधिकारी हैं तो जनता से दूर हो जाए. कलेक्टर, कमिश्नर, एसपी, आईजी सब अपनी भूमिका समझें. जनता से निरंतर संवाद रखें. इसलिए लगातार जनप्रतिनिधि से कम्युनिकेशन बनाए रखें.

''सीएम डैशबोर्ड शुरू कर रहे हैं, काम के आधार पर रेटिंग होगी''
मुख्यमंत्री ने अफसरों को हिदायत देते हुए कहा, ''मैं एक बार और स्पष्ट कर दूं कि यह भारतीय जनता पार्टी की सरकार है. सबसे पहले जनता का सम्मान हो, जनता का कल्याण हो. काम के आधार पर रेटिंग होगी. हम सीएम डैशबोर्ड शुरू कर रहे हैं. मैंने यह भी तय किया है कि जो अच्छा काम करेगा उसे सराहा जाएगा. मैंने जिलों में भी तय किया है कि कौन सा जिला अच्छा परफॉर्म कर रहा है. इसकी रेटिंग होगी. परफॉर्मेंस बेस्ड हमारी सरकार होगी. कल मैंने समाधान ऑनलाइन दोबारा शुरू की. वहां देखा तो कुछ अधिकारियों ने क्लर्क पर कार्रवाई कर दी. यह नहीं चलेगा. जिसकी जिम्मेदारी वही देखे. जो जिम्मेदार होगा उस पर कार्रवाई की जाए.''

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''जो मैं कह रहा हूं वह मेरे दिल में है. मैं दिल से बात कर रहा हूं''
मुख्यमंत्री ने कहा, ''यह जो मैं कह रहा हूं वह मेरे दिल में है. मैं दिल से बात कर रहा हूं. जमीन पर सुशासन को उतारने के लिए यह कॉन्फ्रेंस प्रभावी होगी और इसी कॉन्फ्रेंस के आधार पर मैं आगे भी आप से निरंतर संवाद करता रहूंगा. इस बैठक में सबसे ज्यादा प्रभावी सीएम कॉल सेंटर है, जो कि मुख्यमंत्री कार्यालय में स्थापित है. कॉल सेंटर से प्राप्त शिकायतों पर मुख्यमंत्री सीधे संबंधित अधिकारी से सवाल जवाब कर रहे हैं. इस कॉल सेंटर से जो सुझाव प्राप्त हुए हैं उन पर भी विचार किया जा रहा है.''

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