Betul News: बैतूल में वन माफिया बड़े एक्टिव हैं. उन्होंने जंगलों में जमकर सागौन के पेड़ों की कटाई की है. लेकिन, पेड़ों को काट से बचाने के लिए वन विभाग जब कुछ नहीं कर पा रहा तो वह ठूंठों को जलाने के काम कर रहा है.
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Betul News: बैतूल। प्रदेश के हर हिस्से में किसी न किसी तरह के माफिया काम करते हैं. कहीं रेत तो कहीं जंगली लकड़ियों की तस्करी या अवैध परिवहन होता है. इसे रोकने के लिए सरकार का एक पूरा विभाग यानी वन विभाग काम करता है. कई बार प्रशासन और पुलिस भी इनके साथ काम करती है. लेकिन, बात मजेदार तब हो जाती है जब अधिकारी और कर्मचारी कार्रवाई की जगह नाकामी छुपाने के नायाब तरीके खोजने लगे. कुछ ऐसा ही हुआ बैतूल में जहां वन विभाग के कर्मचारियों ने सागौन के ठूंठों को आग लगा दी.
देश में मशहूर है बैतूल
तेलिया क्वालिटी के उत्तम सागौन के लिए मशहूर बैतूल जिले को देश में अलग पहचान मिली है. लेकिन, इन दिनों बैतूल जिले का सागौन वन माफिया की पहली पसंद बन गया है. बैतूल जिले की पश्चिम वन मंडल की सांवलीगढ़ रेंज की चुनाहजुरी बीट में सैकड़ों सागौन के हरे भरे वृक्षों को सागौन माफिया काट कर ले गए हैं. इतने बड़े पैमाने पर सागौन की कटाई हो गई और वन विभाग के आला अधिकारियों को भनक तक नहीं लगी.
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तीन महीने में बंपर कटाई
सागौन के सैकड़ों पेड़ बीते तीन महीने में काटे गए हैं. इस दौरान वन विभाग के रेंजर, एसडीओ, डीएफओ ने इस इलाके में निरीक्षण भी किया है. लेकिन, यह कटाई किसी भी अधिकारी की नजर में नहीं आई. वन माफिया ने आरे से सागौन के पेड़ों की कटाई की है. अकेले एक बीट में सैकड़ों सागौन के पेड़ों को काटने से सरकार को लाखों रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है. वहीं पर्यावरण को भी भारी नुकसान पहुंचा है.
कटाई के सबूत मिटा रहे कर्मचारी
अब वन विभाग के जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारी सागौन कटाई के सबूत मिटाने के लिए ठूंठों को आग लगा रहे हैं. वन विभाग ने जंगल की सुरक्षा में चौकीदार से लेकर सीसीएफ तक तैनात कर रखे हैं लेकिन इस कटाई ने जंगल की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
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अधिकारी ने कहा कार्रवाई की बात
ग्रामीणों की मानें तो सागौन की अवैध कटाई में वन विभाग के कर्मचारी और अधिकारी भी संलिप्त हैं. ग्रामीणों द्वारा अवैध कटाई की शिकायत करने के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं होती है. सागौन की अवैध कटाई का मामला सामने आने के बाद पश्चिम वन मंडल के डीएफओ वरुण यादव मामले की जांच करवा कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने की बात कह रहे हैं.