सुकमा के जंगलों में तैयार हो रहे 'लाल आतंक' के लड़ाके, गौरिल्ला वार की मिल रही ट्रेनिंग
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सुकमा के जंगलों में तैयार हो रहे 'लाल आतंक' के लड़ाके, गौरिल्ला वार की मिल रही ट्रेनिंग

जिस कंपनी पर प्रहार हुआ, वो हिडमा की कंपनी थी, जिसके दम पर हिडमा सुकमा में उत्पात मचाकर रखा था.

डीजी डीएम अवस्थी ने बताया नक्सली ताती भीमा सुकमा के जंगलों में नक्सलियों को ट्रेनिंग देता था

सुदीप त्रिपाठी, सुकमाः छत्तीसगढ़ के सुकमा में सोमवार को हुए आपरेशन प्रहार-4 के तहत 9 नक्सलियों के मारे जाने के बाद बड़ा खुलासा सामने आया है. नक्सलियों के 9 नहीं बल्कि ज्यादा सदस्य मारे गए और बड़े पैमाने पर नक्सली घायल भी हुए हैं. बता दें नक्सलियों और पुलिस के बीच हुई इस मुठभेड़ में नक्सली कमांडर ताती भीमा भी मारा गया है. गगनपल्ली का रहने वाला भीमा छत्तीसगढ़ और तेलंगाना से सटी सीमा के जंगली इलाकों में नक्सलियों को गुरिल्ला वार की ट्रेनिंग देता था. ताती भीमा का नक्सलियों को ट्रेनिंग देने का एक वीडियो भी इन दिनों काफी वायरल हो रहा है. इस वीडियो में भीमा के साथ एक और नक्सली मौजूद है जिसका नाम तिरुपति बताया जा रहा है. 

नक्सल आपरेशन के डायरेक्टर जनरल डीएम अवस्थी ने इसका खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि सोमवार को हुए नक्सली हमले में 9 नहीं बल्कि और नक्सली मारे गए हैं. वहीं कुछ अन्य नक्सली घायल भी हुए हैं, जिनका जंगल में दूसरे ठिकाने पर इलाज चल रहा है. इसके लिए कुछ डॉक्टर भी जंगल में मौजूद हैं. कुछ घायल नक्सली को तेलंगाना के भी अस्पताल ले जाया जा सकता है, लेकिन इसके लिए तेलंगाना पुलिस की इंटेलिजेंस चौकन्ना है. 

ऐसा पहली बार हुआ
चुनाव के बाद फोर्स लौटते समय नक्सलियों के टारगेट पर आती थी, लेकिन इस बार नक्सली चुनाव बहिष्कार की समीक्षा करते हुए फोर्स के टारगेट में आये, जिससे नक्सली बौखलाए हुए हैं. बता दें छत्तीसगढ़ के बाद तेलंगाना में भी चुनाव होने हैं, जिसके चलते पुलिस को आशंका है कि नक्सली तेलंगाना के भी इलाकों में हमले को अंजाम देने की कोशिश कर सकते हैं. डायरेक्टर जनरल डीएम अवस्थी ने बताया कि 'ऑपरेशन तोड़ामरका, बड़े केडवाल के बाद साकलेर में हुआ. अंधेरा हो रहा था, इसलिए 9 नक्सलियों के ही शव बरामद हुए, लेकिन बड़े पैमाने पर नक्सली घायल हुए हैं, जिनके इलाज के लिए जंगल में ही डॉक्टर हैं, अगर किसी को जंगल से बाहर इलाज के लिए ले जाया गया, तो हमारी उस पर नजर है.'

हिडमा की कंपनी नंबर-1 के काडर पर आपरेशन प्रहार
डीजी डीएम अवस्थी ने बताया 'यह आपरेशन प्रहार सुकमा में सक्रिय नक्सलियों के बटालियन की कंपनी नंबर-1 पर हुआ. सुकमा और तेलंगाना के 10-20 किमी के दायरे में ही इस कंपनी का मूवमेंट होता है. चुनाव बहिष्कार के बाद यहां बीजपुर, सुकमा, आंध्रा, तेलंगाना से बड़े पैमाने पर नक्सली इकट्ठा हुए थे, वो समीक्षा कर रहे थे, कि उनका चुनाव बहिष्कार किस तरीके से हुआ, लेकिन तभी इसकी जानकारी फोर्स के इंटिलिजेंस को हुई और 1200 जवानों का एक जॉइंट आपरेशन प्लान किया गया. सुकमा के साकलेर में किया गया, उससे हिडमा की कमर टूटी है, लेकिन हिडमा ठीक वैसा ही कमांडर है, जैसे गणेश उइके और दूसरे नक्सल कमांडर, लेकिन जिस कंपनी पर प्रहार हुआ, वो हिडमा की कंपनी थी, जिसके दम पर हिडमा सुकमा में उत्पात मचाकर रखा था.

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