लापरवाही की हद! अस्पताल ने कोरोना पॉजिटिव मृतक से बदल दिया शव, परिजनों ने काटा हंगामा
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लापरवाही की हद! अस्पताल ने कोरोना पॉजिटिव मृतक से बदल दिया शव, परिजनों ने काटा हंगामा

इंदौर के ग्रेटर कैलाश हॉस्पिटल की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. इस अस्पताल ने मृतक का शव ही बदल दिया. खंडवा के व्यापारी गेंदालाल राठौड़ की रात को तबियत ख़राब होने से मौत हो गई थी. अस्पताल ने सुबह उनका शव परिजनों को सौंप दिया था.

बीच सड़क पर बदले शव

खंडवा: इंदौर के ग्रेटर कैलाश अस्पताल की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. इस अस्पताल ने मृतक का शव ही बदल दिया. खंडवा के व्यापारी गेंदालाल राठौड़ की रात को तबीयत ख़राब होने से मौत हो गई थी. अस्पताल ने सुबह उनका शव परिजनों को सौंप दिया था. परिजन खंडवा के रास्ते आधी दूर तक आए थे तभी अस्पताल से फोन आया कि जो शव वह ले जा रहे हैं वह उनके पिताजी का नहीं बल्कि महू के किसी अन्य व्यक्ति का है. पूरे मामले में अब सीएमएचओ प्रवीण जड़िया ने नोटिस जारी कर अस्पताल प्रबंधन से मांगा जवाब.

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दरअसल मामला इंदौर के ग्रेटर कैलाश अस्पताल का है यहां पर खंडवा के गेंदालाल राठौड़ को 4 दिन पहले भर्ती कराया गया था. उन्हें कैंसर था. अस्पताल प्रशासन ने आधी रात को परिजनों को बताया गया कि उनके पिताजी की तबीयत गंभीर है. मरीज की कुछ देर बाद इंफेक्शन बढ़ने की वजह से मौत हो गई. सुबह अस्पताल वालों ने उनके शव को पैक कर के परिजनों को सौंप दिया. परिजन उनके शव को 80 किलोमीटर दूर ले आए तभी अस्पताल से फोन आया कि जो शव वह लेकर जा रहे हैं वह उनके पिताजी का नहीं बल्कि महू के किसी अन्य व्यक्ति का है.

दें दिया कोरोना पीड़ित का शव 
गेंदालाल राठौड़ की मौत फेफड़े के कैंसर के कारण हुई थी. उन्हें कोरोना नहीं था लेकिन जो शव परिवार को सौंपा गया वह कोरोना पीड़ित का था. परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर भारी लापरवाही का आरोप लगाया है. उधर महू से जिनका शव अस्पताल वालों ने दे दिया उनके परिजनों ने भी हंगामा मचाया तब आधी दूर जा कर अस्पताल ने शव की अदला बदली की. 

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भाई का आरोप 
मृतक के भाई नरेंद्र राठौड़ ने अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगाया कि बड़े-बड़े अस्पतालों में मरीजों को सही इलाज नहीं दिया जा रहा है. अस्पताल का उद्देश्य इलाज के बजाए मरीज को प्राइवेट रूम में शिफ्ट करने का था इसलिए उन्होंने उनके भाई पर भी बार-बार प्राइवेट रूम लेने के लिए दबाव डाला जिसका किराया उम्मीद से कहीं ज्यादा था. हालांकि मृतक की मौत कोरोना संक्रमण के कारण नहीं हुई थी लेकिन जो शव उन्हें दिया गया वह कोरोना संक्रमित है. परिजनों ने कहा कि यह घोर लापरवाही है. अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई करने की बात की है.

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