इस दौरान जेपी धनोपिया ने अधिक तापमान या कोरोना लक्षण वाले मरीजों के लिए अलग कोविड-19 मतदान केंद्र बनाने की मांग की.
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भोपाल: कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश कांग्रेस चुनाव कार्य प्रभारी जेपी धनोपिया ने शिवराज सरकार में जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट और परिवहन एवं राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत को मंत्री पद से हटाए जाने की मांग की है. जेपी धनोपिया का कहना है कि दोनों मंत्री विधानसभा के निर्वाचित सदस्य नहीं हैं. साथ ही दोनों मंत्री विधानसभा उपचुनाव में प्रत्याशी हैं और उनका अब छह माह में विधायक बनना संभव ही नहीं है, क्योंकि प्रदेश में मतदान 3 नवंबर को होगा. जेपी धनोपिया ने यह मांग बुधवार को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में सभी राजनीतिक दलों की बैठक में की.
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इस दौरान जेपी धनोपिया ने अधिक तापमान या कोरोना लक्षण वाले मरीजों के लिए अलग कोविड-19 मतदान केंद्र बनाने की मांग की. जेपी धनोपिया का कहना है कि मतदाता का तापमान अधिक आने पर उसे वापिस कर अंतिम घंटे में मतदान की अनुमित देना न्यायसंगत नहीं है. क्योंकि मतदाता एक बार वूथ सेंटर से वापस जाने के बाद कोरोना के डर से दोबारा वोट देने नहीं आएगा.
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दरअसल, मार्च में ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने 22 समर्थक विधायकों के साथ बीजेपी में शामिल हुए थे और कमलनाथ की सरकार गिर गई थी. सीएम शिवराज ने 23 मार्च 2020 को चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी.
वहीं, 21 अप्रैल को मंत्री पद की शपथ लेने वाले पांच मंत्रियों में से डॉ. नरोत्तम मिश्रा, कमल पटेल और मीना सिंह विधानसभा के निर्वाचित सदस्य हैं, लेकिन गोविंद सिंह राजपूत और तुलसीराम सिलावट निर्वाचित सदस्य नहीं हैं. क्योंकि कांग्रेस छोड़ने के बाद इन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था.
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