मध्य प्रदेश सरकार द्वारा बर्खास्त पूर्व आईएएस अधिकारी शशि कर्णावत मंगलवार को कांग्रेस में शामिल हो गईं.
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नई दिल्ली/भोपाल: मध्य प्रदेश सरकार द्वारा बर्खास्त पूर्व आईएएस अधिकारी शशि कर्णावत मंगलवार को कांग्रेस में शामिल हो गईं. शशि कर्णावत ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ से करीब 45 मिनट तक बातचीत की. मुलाकात के बाद उन्होंने कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की. आपको बता दें कि शशि कर्णावत और विवादों का पुराना नाता रहा है. 1999 बैच की आईएएस शशि कर्णावत को केंद्र सरकार ने 33 लाख के प्रिंटिंग घोटाले में सितंबर 2017 में बर्खास्त कर दिया था. मंडला की विशेष न्यायालय ने सितंबर 2013 में उन्हें घोटाले में दोषी पाया था. साथ ही पांच साल के कारावास की सजा और 50 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया था. शशि कर्णावत ने प्रदेश में उपचुनाव के समय राज्य सरकार के पर खुलकर हमला बोला था.
आपको बता दें कि मंडला जिला पंचायत सीईओ रहते हुए शशि कर्णावत पर साल 1999-2000 में 33 लाख के प्रिंटिंग घोटाले के आरोप में लगे थे. इसके अगले माह ही उन्हें सस्पेंड कर दिया गया था. इस घोटाले में आईएएस शशि कर्णावत दोषी पाई गई थीं. मंडला की विशेष न्यायालय ने सितंबर,2013 में उन्हें घोटाले में दोषी पाते हुए पांच साल के कारावास की सजा और 50 लाख रुपए का जुर्माना लगाया था. आईएएस शशि कर्णावत को केंद्र सरकार ने प्रिंटिंग घोटाले में सितंबर,2017 में बर्खास्त किया था. उन्हें सरकार ने निलंबित कर विभागीय जांच शुरू कर दी थी. वे जमानत लेकर जेल से बाहर आ गई थीं.
निलंबन और बर्खास्तगी के बाद शशि कर्णावत ने कहा था कि मुख्यमंत्री शिवराज ने उन्हें मामले में न्याय दिलाने का भरोसा दिया था. कर्णावत ने कहा था कि उन्हें बार-बार दस्तावेजों के साथ मंत्रालय बुलाया जाता था, लेकिन कुछ भी नहीं किया गया. इस मामले पर शशि कर्णावत ने पीएम को पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि वो दलित अधिकारी हैं, जिसके कारण उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है. गौरतलब है कि वे भ्रष्टाचार के आरोपों में बर्खास्त की गई तीसरी आईएएस अधिकारी हैं. इससे पहले एमपी कैडर के आईएएस अधिकारी दंपती अरविंद जोशी और टीनू जोशी को भी भ्रष्टाचार के चलते बर्खास्त किया जा चुका है.