राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद जय किसान कर्जमाफी योजना के तहत दो लाख रुपये तक का कर्ज माफ किए जाने का ऐलान हुआ.
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सतना: मध्य प्रदेश में जय किसान कर्ज माफी योजना के तहत जारी सूचियों और आवेदन भराए जाने की प्रक्रिया के दौरान चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं. नया मामला सतना जिले का है, जहां एक गांव के 200 से ज्यादा किसानों के कर्ज में गड़बड़ी उजागर हुई है. इनमें कई ऐसे हैं, जिन्होंने कर्ज लिया नहीं, मगर उनके नाम कर्ज है. कई लोग वर्षों पहले दुनिया छोड़ चुके हैं, फिर भी कर्जदार बने हुए हैं.
मामला सतना जिले के दुरेहा का है. यहां के सहकारी बैंक की ओर से जो सूची जारी की गई है, उसमें सौ से अधिक किसानों के नाम के आगे दर्ज रकम और कर्ज में ली गई रकम में बड़ा अंतर है. इसी तरह मर चुके किसानों के नाम भी कर्ज है.
गांव के रामानुज पांडे ने संवाददाताओं को बताया कि ऋण माफी योजना के तहत जारी प्रक्रिया ने बड़े पैमाने पर पूर्व में हुई गड़बड़ियों का खुलासा कर दिया है. जो किसान मर चुके हैं, उनके नाम भी कर्ज है और जिन्होंने कर्ज नहीं लिया, वे भी कर्जदार बने हुए हैं. इन गड़बड़ियों की प्रशासन से भी शिकायत की गई है.
उपजिलाधिकारी (डिप्टी कलेक्टर) संस्कृति शर्मा ने संवाददाताओं से चर्चा के दौरान माना कि किसानों के कर्ज के मामले में गड़बड़ी की शिकायतें आई हैं. राज्य में अभी ऋण माफी योजना जारी है. लिहाजा, जो शिकायतें आ रही हैं, उसका जल्दी निपटारा किया जाएगा.
राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद जय किसान कर्जमाफी योजना के तहत दो लाख रुपये तक का कर्ज माफ किए जाने का ऐलान हुआ. 15 जनवरी को सभी ग्राम पंचायतों के बाहर किसानों की सूचियां चस्पा कर दी गईं. वहीं आवेदनपत्र भरवाए जा रहे हैं. इस दौरान प्रदेश के कई हिस्सों से शिकायतें आई हैं.
(इनपुट-आईएएनएस)