जिले में फर्नीचर क्लस्टर बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा रियायती दर पर जमीन आवंटित की जाएगी. इस फर्नीचर क्लस्टर के बनने से बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिलेगा.
Trending Photos
भोपाल/आकाशः मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में फर्नीचर क्लस्टर बनाने की तैयारी हो रही हैं. इसके तहत बुधवरा को दिल्ली में कृषि भवन में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, एमपी के MSME मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा और फर्नीचर उद्योग से जुड़े निवेशकों के सामने प्रजेंटेशन दिया गया. बता दें कि जिले में फर्नीचर क्लस्टर बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा रियायती दर पर जमीन आवंटित की जाएगी. इस फर्नीचर क्लस्टर के बनने से बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिलेगा.
जिले में बड़ा वनक्षेत्र बना सौगात
मुरैना जिले में बड़ा वनक्षेत्र है, जिनमें से आरक्षित वन क्षेत्र 50,669 हेक्टेयर और संरक्षित वन क्षेत्र 26,847 हेक्टेयर है, जो ज्यादातर सबलगढ़ और जौरा ब्लाक में है. इनमें सौगान, शीशम, नीम, पीपल, बांस, साल, बबूल, हर्रा, पलाश, तेंदू के बड़ी संख्या में पेड़ हैं. जिनमें से शीशम, सागौल और साल की लकड़ियों से बेहतरीन क्वालिटी का फर्नीचर बनाया जाता है.
केंद्रीय मंत्री तोमर का कहना है कि मुरैना की लकड़ियों से जिले में ही फर्नीचर बनाया जाएगा तो यहां उद्योग विकसित होने के साथ बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा. उन्होंने ये भी कहा कि फर्नीचर क्लस्टर की स्थापना के साथ ही जिले की अर्थव्यवस्था भी बेहतर हो सकेगी. उल्लेखनीय है कि अभी मुरैना जिले की लकड़ियों का अधिकांश हिस्सा उत्तर प्रदेश और राजस्थान के फर्नीचर निर्माताओं द्वारा इस्तेमाल किया जाता है.
प्रजेंटेशन के दौरान एमएसएमई मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से इस फर्नीचर क्लस्टर को पूरा सहयोग किया जाएगा. कोरोना महामारी के बावजूद क्लस्टर के निर्माण के लिए पूरी तत्परता से काम किया गया. वहीं इस फर्नीचर क्लस्टर को लेकर निवेशकों में भी उत्साह है. अब जल्द ही निवेशक मुरैना का दौरा कर सकते हैं. जिसके बाद इस फर्नीचर क्लस्टर की रूपरेखा तैयार की जाएगी.