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दमोह: मध्य पदेश में दलित और आदिवासी तमाम सियासी दलों के लिए खास है. पूरे चुनाव में इन दोनों वर्गों को लेकर सियासी दल अपना राग अलापते रहे लेकिन जमीनी हकीकत क्या है उसका उदाहरण सूबे के दमोह जिले में देखने को मिला है. जहां एक दलित युवक के साथ सिर्फ इसलिए मारपीट हुई कि उसने अपने से ऊंची जाति वाले शख्स के बर्तन से पानी पी लिया और उसका ये कसूर उसकी जान पर आफत बन गया.
छुआछूत का ये सनसनीखेज मामला तब और चिंताजनक बन जाता है, जब ये सब उस इलाके में हुआ हो जहां बीते पांच सालों से दलितों की पार्टी कही जाने वाली बीएसपी की दबंग और चर्चित विधायक है.
दरअसल ये पूरा मामला बसपा की चर्चित विधायक रमाबाई सिंह के विधानसभा क्षेत्र दमोह जिले के पथरिया में ये मामला सामने आया है. इस इलाके के सुजनीपुर गांव में काछी पटेल समाज शिवराज काची पटेल की चाय पान कि दुकान है. जहां सभी आते जाते हैं. इसी गांव में रहने वाला दलित वर्ग का युवक भरत अहिरवाल शिवराज की दुकान पर गुटखा लेने गया तो उसे प्यास भी लग आई. भरत ने दुकान पर रखे पानी के डिब्बे से लोटे में पानी निकाला और पी लिया लेकिन ये बात दुकानदार को रास नहीं आई.
जान बचाकर भागा युवक
छुआछूत की भावना मन में लिए दुकानदार ने पहले दलित युवक को खरी खोटी सुनाई, जातिगत अपमानित किया और फिर शिवराज और उसके भाईयों ने भरत के साथ जमकर मारपीट की. जैसे-तैसे जान बचाकर दलित युवक भागने में सफल हुआ और उसने पथरिया पुलिस की पनाह ली. पथरिया पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और पीड़ित युवक को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया है.
सभी आरोपी हुए फरार
अस्पताल में भर्ती पीड़ित दलित युवक का कहना हैं कि सिर्फ दलित होने की वजह से उसके साथ मारपीट हुई है. दुकानदार ने उसके बर्तन से पानी पीने पर नाराजगी जाहिर की और फिर मारा. पथरिया थाना प्रभारी रजनी शुक्ला के मुताबिक पीड़ित के साथ पानी पीने की वजह से मारपीट हुई है और युवक की शिकायत पर शिवराज काछी पटेल औऱ उसके तीन भाइयों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. मामले की जांच की जा रही है. फिलहाल सभी आरोपी फरार हैं.
रिपोर्ट - महेंद्र दुबे