MP News: शिव मंदिर को लेकर आपस में भिड़े दो समुदाय! पुरातत्व विभाग के पास पहुंचा मामला
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MP News: शिव मंदिर को लेकर आपस में भिड़े दो समुदाय! पुरातत्व विभाग के पास पहुंचा मामला

भिंड के प्रसिद्ध ऐतिहासिक बोरेश्वर धाम शिव मंदिर की दावेदारी को लेकर छत्रिय और गुर्जर समाज आमने सामने हो गए हैं. अब प्रशासन ने पुरातत्व विभाग से इसकी जानकारी मांगी है.

MP News: शिव मंदिर को लेकर आपस में भिड़े दो समुदाय! पुरातत्व विभाग के पास पहुंचा मामला

भिंड: भिंड के अटेर इलाके में स्थित ऐतिहासिक प्रसिद्ध  बोरेश्वर धाम शिव मंदिर को लेकर दो समुदायों के बीच अब विवाद गहराता जा रहा है. दरअसल क्षत्रिय एवं गुर्जर समाज बोरेश्वर महादेव मंदिर का निर्माण अपने-अपने समाज के वंशजों राजाओं द्वारा कराए जाने का दावा कर रहे हैं. इसे लेकर ही विवाद गर्माता जा रहा है. 

दरअसल ऐतिहासिक बोरेश्वर धाम शिव मंदिर परिसर में पुरातत्व विभाग द्वारा लगाए गए साइन बोर्ड पर लिखे भदावर प्रतिहार वंश की जगह किसी असामाजिक तत्व द्वारा भदावर शब्द को मिटा कर गुर्जर शब्द लिखे जाने के आक्रोशित क्षत्रिय समाज की एक इकाई करणी सेना द्वारा पहले फूप थाने में कार्रवाई के लिए आवेदन दिया गया था, जब कार्रवाई नहीं हुई तो फिर करणी सेना के सदस्यों ने 2 दिन पहले फिर भिंड पुलिस अधीक्षक को कार्रवाई के लिए ज्ञापन सौंपा था. 

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गुर्जर समाज ने घेरा कलेक्ट्रेट
करणी सेना के बाद अब आज चंबल अंचल के गुर्जर समुदाय द्वारा एकत्रित होकर सैकड़ों की तादाद में भिंड कलेक्ट्रेट का घेराव कर बोरेश्वर मंदिर को गुर्जर प्रतिहार वंश की संपत्ति बताते हुए दावा किया और साइन बोर्ड पर गुर्जर शब्द लिखे जाने के लिए प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है. कार्यक्रम की अगुवाई राष्ट्रीय आजाद समाज पार्टी और गुर्जर समाज के अध्यक्ष राजस्थान के रविंद्र भाटी ने की. रविंद्र भाटी ने कहा कि उनकी कल पुलिस प्रशासन से बात हो गई थी और वो ज्ञापन के बाद गुर्जर शब्द लिखने के लिए तैयार है. 

करणी सेना का बयान भी सामने आया
वहीं करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष संतोष भदौरिया का कहना है, कल गुर्जर समुदाय और करणी सेना के लोगों द्वारा कलेक्टर से चर्चा की गई थी. लेकिन कोई हल नहीं निकला था, और करणी सेना प्रमुख का कहना हैं कि पुरातत्व विभाग में जो भी शब्द अंकित हो उन्हें लिख दिया जाए हमें कोई आपत्ति नहीं है. अगर गुर्जर समुदाय रैली करेगा तो दूसरे दिन वह भी रैली और धरना देने के लिए मजबूर होंगे. 

वहीं भिंड प्रशासन ने पुरातत्व विभाग को पत्र लिखकर अग्रिम कार्रवाई के लिए तीन दिन के अंदर जानकारी मांगी है. अब देखना होगा के गुर्जर समुदाय द्वारा रैली निकाल कर कलेक्ट्रेट का घेरा होकर ज्ञापन देने के बाद छत्रिय समाज की करणी सेना का रुख क्या होगा.

रिपोर्ट - प्रदीप शर्मा, भिंड

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