छत्तीसगढ़ में सियासी हलचल के बीच कांग्रेस ने CM बघेल पर जताया भरोसा, प्रियंका गांधी की टीम में जगह
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छत्तीसगढ़ में सियासी हलचल के बीच कांग्रेस ने CM बघेल पर जताया भरोसा, प्रियंका गांधी की टीम में जगह

सीएम भूपेश बघेल को कांग्रेस ने बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है. 

सीएम भूपेश बघेल को मिली बड़ी जिम्मेदारी

रायपुरः छत्तीसगढ़ में चल रही सियासी हलचल के बीच कांग्रेस ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है. उन्हें उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए वरिष्ठ पर्यवेक्षक नियुक्त किया है. जिम्मेदारी मिलने के बाद सीएम बघेल ने भी ट्वीट कर पार्टी आलाकमान का धन्यवाद किया है. 

सीएम बघेल ने ट्वीट कर जताया आभार 
सीएम बघेल ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ''माननीय राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी जी ने उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए मुझे पर्यवेक्षक होने का निर्देश दिया है. बड़ी जिम्मेदारी है. पूरा प्रयास रहेगा कि शीर्ष नेतृत्व की उम्मीदों पर खरा उतर सकूं. परिवर्तन का संकल्प, कांग्रेस ही विकल्प'' बता दें कि इससे पहले कांग्रेस ने भूपेश बघेल को असम विधानसभा चुनाव में भी वरिष्ठ पर्यवेक्षक बनाया था. 

छत्तीसगढ़ कांग्रेस में जारी है सियासी हलचल 
दरअसल, छत्तीसगढ़ कांग्रेस में इन दिनों सियासी हलचल जारी है. प्रदेश के कांग्रेस के करीब 30 विधायकों ने दिल्ली में डेरा जमा रखा है. खास बात यह है कि दिल्ली दौरे को लेकर कांग्रेस के विधायक स्पष्ट रुप से कोई जवाब नहीं दे रहे हैं. सभी का कहना है कि वह निजी काम से दिल्ली आए हैं, बताया जा रहा है कि दिल्ली पहुंचे अधिकतर विधायक छत्तीसगढ़ सदन में रुके हैं. जबकि प्रदेश के बड़े नेता भी इस मामले में खुलकर कुछ नहीं बोल रहे हैं. इस बीच सीएम बघेल को उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में पर्यवेक्षक नियुक्त करके कांग्रेस ने एक तरह से छत्तीसगढ़ में बड़ा सियासी संकेत भी दिया है. 

2022 में होना है यूपी विधानसभा चुनाव 
देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में 2022 के फरवरी-मार्च में विधानसभा चुनाव होने हैं. कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को यूपी की जिम्मेदारी सौंपी है. माना जा रहा है कि भूपेश बघेल की गिनती प्रियंका गांधी के करीबियों में होती है. ऐसे में वह विधानसभा चुनाव के दौरान प्रियंका गांधी के सहयोगी की भूमिका में रहेंगे. 

बता दें कि छत्तीसगढ़ सरकार में बीते काफी समय से उठा-पटक का दौर चल रहा है. ऐसी चर्चाएं हैं कि ढाई-ढाई साल सीएम पद को लेकर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. हालांकि दोनों ही नेता ढाई-ढाई साल के फार्मूले की बात से इंकार कर चुके हैं. बीते दिनों भी भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव ने दिल्ली पहुंचकर पार्टी हाईकमान से बात की थी. इसके बाद भूपेश बघेल रायपुर लौट आए थे लेकिन टीएस सिंहदेव कुछ और दिनों तक दिल्ली में ही रुके रहे थे. उस समय लगा था कि विवाद का निपटारा हो गया है लेकिन बीते दिनों फिर से टीएस सिंहदेव दिल्ली पहुंच गए. अब उसके बाद कांग्रेस विधायकों का दिल्ली जाना कई सवाल खड़े कर रहा है.

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