दमोह के गुड शेफर्ड स्कूल में खेला, हिंदू लड़की को टीसी में बता दिया इसाई, अब नहीं मिल रहा एडमिशन
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दमोह के गुड शेफर्ड स्कूल में खेला, हिंदू लड़की को टीसी में बता दिया इसाई, अब नहीं मिल रहा एडमिशन

MP News: दमोह के गुड शेफर्ड स्कूल से चौंकाने वाला मामला आया है. धर्मांतरण के आरोप के बाद स्कूल ने बच्चों को टीसी दिया तो उसमें हिंदू परिवार के बच्चों को ईसाई दिखा दिया. बच्चियों के माता पिता ने बताया कि इस कारनामें के कारण उनकी बेटियों को दूसरे स्कूल में दाखिला नहीं मिल रहा है. 

Hindu girl declared Christian on school TC in damoh

Damoh Religion Conversion Case: गुड शेफर्ड स्कूल पर धर्मांतरण के आरोप लगे थे, जिसके बाद से स्कूल को बंद कर दिया था. बच्चों की आगे की पढ़ाई के लिए परिजनों ने स्कूल बदलने के लिए गुड शेफर्ड स्कूल से टीसी मांगा. जुलाई में परिजनों ने जब टीसी निकलवाया और उन्हें मिला तो वो दंग रह गए. टीसी में लड़कियों को हिन्दू की जगह ईसाई बता दिया. इनमें से एक ही परिवार की दो बच्चियों के माता पिता ने मीडिया के सामने अपनी बात रखी और बताया कि इस हरकत के कारण अब उनकी बेटियों को दूसरे स्कूल में दाखिला नहीं मिल रहा है. परिजनों ने राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग से भी शिकायत कि, जिसके बाद कलेक्टर को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. 

हिन्दू छात्राओं को टीसी में बना दिया ईसाई
एमपी के दमोह से ये चौंकाने वाला मामला सामने आया है. एक ही परिवार की दो लड़कियों के माता पिता अब जगह जगह गुहार लगा रहे हैं कि उनका सर्टीफिकेट सही करवाया जाए. हिन्दू होने के बाद स्कूल प्रबंधन ने कागजों में ईसाई बना दिया और अब स्कूल की इस हरकत की वजह से लड़कियों को दूसरे स्कूल में दाखिला नहीं मिल रहा है. इस मामले में अब राज्य बाल सरंक्षण आयोग ने संज्ञान लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है. इस बाबद कलेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारी को नोटिस देकर पीड़ितों की समस्या सुलझाने के लिए कहा है. 

पूरा मामला समझिए 
दरअसल दमोह जिले के पथरिया में गुड शेफर्ड कांवेंट मिडिल स्कूल चल रहा था. अंग्रेजी माध्यम के इस स्कूल का संचालन एक मिशनरी संस्था करती थी. स्कूल बीते साल यानि दिसम्बर 2023 में अचानक सुर्ख़ियो में आया जब स्कूल में धर्मान्तरण की शिकायतें सामने आई. यहां के टीचिंग स्टाफ का धर्म परिवर्तन करने का दबाव बनाने की बातों से हड़कम्प मच गया.  इस मामले को राज्य बाल सरंक्षण आयोग ने संज्ञान में लिया और फरवरी 2024 में आयोग की टीम ने जांच पड़ताल की तो यहां कई अनियमितताएं पाई गई. आयोग को कई आपत्तिजनक चीजें भी यहां मिली जिसके बाद आयोग ने सरकार से स्कूल की मान्यता खत्म करने की सिफारिश की और स्कूल शिक्षा विभाग ने गुड़ शेफर्ड स्कूल की मान्यता खत्म कर दी, यानि स्कूल बंद हो गया. यहां पढ़ने वाले बच्चों को शहर के दूसरे स्कूलो में दाखिला दिलाया गया लेकिन एक बार फिर इस बन्द स्कूल का कारनामा सुर्ख़ियो में आया है.  यहां पढ़ने वाली दो छात्राओं के ट्रांसफर सर्टिफिकेट विवादास्पद बन गए.  दोनो अनुसूचित जाति की हैं और हिन्दू धर्म को मानती है लेकिन उनके टीसी में हिन्दू की जगह ईसाई धर्म लिख दिया.  छात्राओं के बाकी के दस्तावेजों में उनका धर्म हिन्दू लिखा है लेकिन स्कूल से मिले टीसी में क्रिश्चियन धर्म लिखे होने की वजह से अब उनका दाखिला कोई और स्कूल में नहीं हो रहा है

पहले भी धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया था
टीसी में धर्म के सुधार के लिए पीड़ित परिवार आला अधिकारियों के  चक्कर लगा रहा है, लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नही है. चूंकि राज्य बाल सरंक्षण आयोग ने इस स्कूल को लेकर जांच की थी, जिसके बाद स्कूल बंद हुआ तो पीड़ित परिवार ने आयोग की शरण ली और आयोग ने दमोह के कलेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारी को नोटिस जारी कर छात्राओं की टीसी दुरुस्त कराने को कहा. बाल कल्याण समिति के सदस्य और स्कूल की जांच में शामिल रहे दीपक तिवारी के मुताबिक पीड़ित परिवार पर पहले भी धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया गया था, लेकिन जब वो नहीं माने तो अब ये कारनामा किया गया. 

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