मध्य प्रदेश madhya pradesh के एक आदिवासी tribal बहुल जिले में मृत हो चुके पेंशनधारियों को पेंशन दी जा रही है. खास बात यह है कि अब तक करोड़ों रुपए की पेंशन दी जा चुकी है और स्थानीय प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं लगी. भोपाल Bhopal से सामाजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण संचालनालय विभाग Department of Social Justice and Disabled Welfare Directorate की टीम ने इस पूरे मामले का खुलासा किया है.
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संदीप मिश्रा/डिंडोरी। मध्य प्रदेश के डिंडोरी Dindori जिले में एक बड़ा खुलासा हुआ है. क्योंकि जिले में एक दो नहीं बल्कि कई मुर्दों को पेंशन दी जा रही थी. आप सोच रहे होंगे भला ऐसे कैसे हो सकता है. लेकिन डिंडोरी जिले में ऐसे कई लोग पेंशन का लाभ उठा रहे थे जिनकी मौत हो चुकी है. इस मामले का खुलासा तब हुआ जब भोपाल से सामाजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण संचालनालय विभाग Department of Social Justice and Disabled Welfare Directorate की टीम ने डिंडोरी पहुंचकर पेंशनधारियों का भौतिक सत्यापन कराया. जिसके बाद यह पूरा मामला सामने आया है.
सैकड़ों मृत लोगों के नाम पर करोड़ों की राशि ट्रांसफर
भोपाल Bhopal से आए अधिकारियों ने बताया कि सैंकड़ों की तादात में जो पेंशनधारियों मृत हो चुके हैं लेकिन उनके खातों में पेंशन योजना की राशि लगातार ट्रांसफर की जा रही थी. वहीं इस मामले के खुलासे के बाद जिले में हड़कंप मचा हुआ है. जानकारी के मुताबिक करीब दो करोड़ रूपये की राशि अबतक मृत हितग्राहियों के बैंक खातों में जमा कराई जा चुकी है, जिसकी वसूली के लिए सामाजिक न्याय विभाग की तरफ से आदेश जारी किये गए हैं और उसी आदेश के आधार पर जिले के जिम्मेदारों ने ग्राम पंचायत के सचिवों को 7 दिन के अंदर राशि जमा करने का फरमान जारी किया गया है.
665 पेंशनधारी हो चुके हैं मृत
बता दें कि डिंडोरी जिले के जनपद पंचायत करंजिया के 42 ग्राम पंचायतों में 665 पेंशनधारी मृत पाये गए हैं, लेकिन इन सभी के बैंक खातों में पिछले एक साल से बाकायदा पेंशन योजना की राशि जमा कराई जा रही थी. जनपद करंजिया के ग्राम पंचायतों में मृत पेंशनधारियों के बैंक खातों में जमा राशि 43 लाख 2 हजार रूपये है और जिले के सभी ग्रामपंचायतों की बात की जाए तो मृत पेंशनधारियों की तादात काफी अधिक है जिनमें करीब 2 करोड़ रुपये मृतकों के खातों में अब तक जमा कराए जा चुके हैं.
परिजनों ने कहा कि मृत होने की जानकारी दे दी थी
वहीं इस मामले में जब मृत पेंशनधारियों के परिजनों से बात की गई तो उनका कहना है कि संबंधित व्यक्ति की मृत्यु के बाद ग्रामपंचायत कार्यालय के द्धारा मृत्यु प्रमाण पत्र लेकर बैंक खातों को बंद करवा दिया गया था, लेकिन लापरवाही उजागर होने के बाद करंजिया जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों से बचते हुए ग्राम पंचायत के सचिवों पर गलती का ठीकरा फोड़ रहे हैं. साहब का कहना है की मृत पेंशनधारियों से संबंधित जानकारी ग्रामपंचायत सचिवों के द्धारा समय पर अपडेट नहीं किया गया, जिसके कारण ये स्थिति निर्मित हुई है.
वहीं मुर्दों को पेंशन योजना की राशि जारी करने के मामले में स्थानीय कांग्रेस विधायक व पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमकार सिंह मरकाम ने गुड गवर्नेंस को आड़े हाथ लेते हुए जिले के अफसरों व प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा है. हालांकि सामाजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण संचालनालय विभाग ने पूरे मामले में जांच की बात कही है.
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