ग्वालियर नगर निगम के नोडल अधिकारी आज से इलेक्ट्रिक कार में नजर आएंगे. इन कारों में सवार होकर शहर की सफाई व्यवस्था व कार्यों की निगरानी करेंगे. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हरी झंडी दिखाकर आज रवाना किया.
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प्रियांशु यादव/ग्वालियर: ग्वालियर नगर निगम ने नई पहल की शुरुआत की है. जिससे पर्यावरण की सुरक्षा औप प्रदूषण फ्री सिटी के प्रयास को बल मिलेगा. दरअसल अब नगर निमग के नोडल अधिकारी डीजल कार की जगह इलेक्ट्रिक कार चलाएंगे. इसी कड़ी में आज केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने ईवी वाहनों को हरी झंडी दिखाई.
बता दें कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कलेक्ट्रेट परिसर में 11 ईवी कारों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया है. अब सिंधिया कलेक्ट्रेट कार्यालय में विकास कार्यों की समीक्षा की ले रहे हैं. बताया जा रहा है कि निगम ने 15वें वित्त आयोग से मिले अनुदान में से 1.72 करोड़ की लागत से ये कारें खरीदी हैं.
ग्वालियर एक प्रदूषण-रहित, स्वच्छ शहर बनने के पथ पर तेज़ी से आगे बढ़ रहा है।
इस दिशा में आज, नगर निगम की 11 EV गाड़ियों को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। #बदल_रहा_है_ग्वालियर pic.twitter.com/q1OcUnJVFd
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) May 11, 2023
कारें होगी फास्ट चार्ज
जानकारी के मुताबिक नगर निगम ने टाटा कंपनी से 11 कारें खरीदी हैं. ये कारें एक बार में फुल चार्ज होने के बाद 250 किमी तक चलेगी. चार्जिंग स्टेशन पर ये कार फास्ट चार्चिंग पर 4 घंटे में चार्ज होगी, वहीं घर या ऑफिस में स्लो चार्जर पर 8 घंटे में चार्ज हो जाएगी. यानी डीजल औऱ पेट्रोल का झंझट अब खत्म.
2 रुपये प्रति किमी आएगा खर्च
इन गाड़ियों को नोडल अधिकारियों को सौंप दिया गया है. उनके पास वर्तमान में जो कारें है, उनका प्रतिमाह किराया 19 हजार रुपये आता है. जिन्हें हटा दिया जाएगा. वहीं ये नई EV गाड़ियों का खर्च दो रुपये प्रतिकिलोमीटर आएगा.
इलेक्ट्रिक कार के फायदे
- महंगे ईंधन से छुटकारा.
- इलेक्ट्रिक कार में मौजूद बैटरी को कहीं भी चार्ज कर सकते हैं.
- बैटरी ईंधन की तुलना में काफी सस्ती पड़ती है.
- काफी सुविधाजनक
- पैसों की बचत
- हानिकारक गैस उत्सर्जित नहीं होता
- रख-रखाव में कम खर्च ...
- ध्वनि प्रदुषण नहीं करता ..