मां की एक गलती ने छीन लिया बच्ची का हाथ! जिसने ये हादसा देखा, वो हुआ मायूस...
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मां की एक गलती ने छीन लिया बच्ची का हाथ! जिसने ये हादसा देखा, वो हुआ मायूस...

खरगोन जिले के चित्तौडग़ढ-भुसावल स्टेट हाईवे पर 15 अगस्त की दोपहर ऐसा सड़क हादसा हुआ, जिसे देखकर हर किसी के रोंगटे खड़े हो गए. इस हादसे में एक बच्ची का हाथ कंधे से अलग हो गया.

मां की एक गलती ने छीन लिया बच्ची का हाथ! जिसने ये हादसा देखा, वो हुआ मायूस...

खरगोन जिले के चित्तौडग़ढ-भुसावल स्टेट हाईवे पर 15 अगस्त की दोपहर ऐसा सड़क हादसा हुआ, जिसे देखकर हर किसी के रोंगटे खड़े हो गए. इस हादसे में एक बच्ची का हाथ कंधे से अलग हो गया.

  1. खरगोन: खरगोन जिले के चित्तौडग़ढ-भुसावल स्टेट हाईवे पर 15 अगस्त की दोपहर ऐसा सड़क हादसा हुआ, जिसे देखकर हर किसी के रोंगटे खड़े हो गए. ये हादसा हर वो अभिभावक के लिए सबक है, जो अपने बच्चों को दोपहिया वाहनों पर लेकर जाते हैं. यह विभत्स हादसा देख हर किसी की रुंह तक कांप उठी है. वहीं इस दर्दनाक हादसे का वीडियो भी वायरल हो रहा है.
  2. दरअसल इस दर्दनाक हादसे में 4 साल की मासूम बच्ची का हाथ कंधे से अलग हो गया. बच्ची को शहर के निजी अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद इंदौर रेफर किया गया है. बच्ची के हाथों में मेंहदी लगी हुई थी. कंधे से कटे हाथ को देखकर हर कोई गमगीन हुए बगैर नहीं रहा.
  3. ऐसे हुआ ये हादसा
    मिली जानकारी अनुसार भगवानपुरा निवासी राकेश सोलंकी अपनी पत्नि सलिता के साथ बाईक पर सवार खरगोन की ओर आ रहे थे. महिला अंशिका को गोद में लिए हुए थी. इसी दौरान ग्राम घट्टी के समीप महिला का दुपट्टा पिछले पहिए में फंसा साथ ही स्कार्फ के साथ अंशिका का हाथ बाईक में कब जा फंसा, परिजन समझ ही नहीं पाए. बच्ची के कंधे से हाथ को अलग देख परिजन बदहवास से हो गए, बीच सड़क ही बिलख- बिलख कर रोने लगी. वहीं दर्द से कराहती बच्ची की हालत देख दूसरे लोगों की आंखो से आंसू झलक उठे. राहगिरों की मदद से परिजन अंशिका को लहूलूहान हालत में अस्पताल लाए.
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  5. डॉक्टर ने कही ये बात
    डायवर्सन रोड पर संचालित हो रहे निजी अस्पताल के चिकित्सक डॉ. निशांत महाजन के मुताबिक मंगलवार दोपहर करीब 2 बजे 4 वर्षीय अंशिका पिता राकेश सोलंकी को गंभीर हालत में परिजन अस्पताल लाए थे. बच्ची के कंधे से खून बह रहा था, जबकि उसका हाथ एक थैली में रखा था. उनके मुताबिक पांच से छह घंटे में इंदौर पहुंचकर ऑपरेशन होता है तो मासूम बच्ची का हाथ जुड़ सकता हैं.
  6. वहीं ये घटना हर उस अभिभावक के लिए एक सीख है, जो इस तरह से लापरवाही करते हैं. कभी-कभी ये हमारी जान पर भी बन जाती है. खासतौर पर महिलाओं को अपनी साड़ी और दुपट्टों का ध्यान रखना चाहिए. 
  7. रिपोर्ट- रोकश जयसवाल

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