21 साल की उम्र में सरपंच का चुनाव जीतने वाली लक्षिका ग्लैमर की दुनिया से निकलकर गांव की सूरत बदलने की लिए सामने आईं तो जनता ने उनपर भरोसा जताया. लक्षिका न्यूज एंकर और रेडियो जॉकी रह चुकी हैं.
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उज्जैन/राहुल सिंह राठौड़: युवा पीढ़ी ग्लैमर की दुनिया से निकलकर अब समाजसेवा की तरफ न सिर्फ कदम बढ़ा रही है बल्कि सफल भी हो रही है. ऐसी ही एक मिसाल मध्य प्रदेश की लक्षिका ने कायम की है, जिन्होंने रेडियो जॉकी और न्यूज एंकर होने के बावजूद समाजसेवा को चुना और 21 साल की उम्र में गांव की सरपंच बन गई हैं.
21 साल की उम्र में बनी सरपंच
शनिवार को जिले की दो जनपद उज्जैन व बड़नगर में पहले चरण में हुए मतदान के बाद ही मतगणना का कार्य भी पूरा कर लिया गया जिसमें उज्जैन जनपद के चिन्तामण जवासिया ग्राम पंचायत में सबसे कम उम्र की 21 वर्षीय लक्षिका पर ग्रामीणों ने भरोसा जताया और उसे जीत का ताज पहनाया. लक्षिता ने मास्टर्स उच्च शिक्षा में एमए मास कॉम की पढ़ाई की हुई है. वह लोकल न्यूज़ चैनल में एंकर व रेडियो जॉकी का काम कर चुकी हैं.
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जन्मदिन से एक दिन पहले मिला जीत का तोहफा
जब गांव की सीट एससी के लिए आरक्षित हुई तो लक्षिका ने लक्ष्य तय कर फॉर्म भरा और ऐतिहासिक जीत हासिल की. अब लक्षिता का लक्ष्य है कि वो गांव के लिए स्ट्रीट लाइट (बिजली) पानी, नाली, आवास विहीन लोगों के लिए आवास के लिए प्राथमिकता से कार्य करेगी. खास बात यह कि लक्षिका का 27 जून सोमवार को जन्मदिन है. जन्मदिन से एक दिन पहले की ये जीत लक्षिका के लिए किसी तोहफे से कम नहीं.
गांव वालों ने जताया भरोसा
दरअसल, चिंतामण जवासिया गांव उज्जैन जनपद में आता है और शहर से 10 किलोमीटर करीब दूरी पर ही है जहां की आबादी 3265 के करीब है. गांव से इस एससी सीट पर कुल 8 महिलाओं ने फॉर्म भरा था लेकिन ग्रामीणों ने सबसे ज्यादा शिक्षित व कम उम्र की युवती पर भरोसा जताया. लक्षिका को 487 मत मिले और विजयी घोषित हुई. लक्षिका का पूरा नाम लक्षिका डागर है. उसके पिता दिलीप डागर जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में रीजनल अधिकारी के पद पर हैं. मां, भाई और बहन ने लक्षिका को जितवाने में कोई कसर नहीं छोड़ी.
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न्यूज एंकर और रेडियो जॉकी भी रह चुकी हैं लक्षिता
लक्षिका लोकल न्यूज़ चैनल में व एंकरिंग का कार्य व रेडियो जॉकी भी रह चुकी हैं, मास कॉम व फैशन डिज़ाइन का कोर्स कर चुकी लक्षिका ग्रामीणों से जुड़ी रही और एक नया इतिहास रच दिया. जीत का विजय जुलूस भी ग्रामीणों ने देर रात निकाला और खूब स्वागत किया.
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में उज्जैन का चुनावी गणित
आपको बता दें कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में पहले चरण में उज्जैन व बड़नगर जनपद में मतदान हुआ. उज्जैन जनपद में 117069 मतदाता, 315 केंद्र, 76 ग्राम पंचायत व 131 गांव में जिला पंचायत की 21 सीटों में से 3 सीट, जनपद की 25 सीट के लिए मतदान हुआ जिसमें 76 सरपंच व 1182 पंच चुने गए. इसी तरह बड़नगर जनपद में 174213 मतदाताओं ने 239 केंद्र, 107 ग्राम पंचायत 193 गांव में जिला पंचायत की 3 सीटों के लिए जनपद की 25 सीटों के लिए मतदान किया जहां107 सरपंच, 1710 पंच चुने गए.
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