Bhind News: रावतपुरा सरकार के महंत पर नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह का विवादित बयान, बोले- वो भू माफिया...
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Bhind News: रावतपुरा सरकार के महंत पर नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह का विवादित बयान, बोले- वो भू माफिया...

रावतपुरा धाम के महंत रविशंकर महाराज पर नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह ने विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद बाबा ने सरकारी जमीनों पर कब्जा कर, गरीबों की जमीनों को उजाड़ कर आश्रम का विस्तार किया है. 

Bhind News: रावतपुरा सरकार के महंत पर नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह का विवादित बयान, बोले- वो भू माफिया...

प्रदीप शर्मा/भिंड: जिस रावतपुरा धाम पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कई बार माथा टेकने पहुंच चुके हैं. जिस दरवार में एमपी और यूपी के मंत्री हाजिरी लगाते हैं, उसी रावतपुरा धाम के महंत रविशंकर महाराज पर नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह ने विवादित बयान दिया है. उन्होंने रावतपुरा धाम महंत को व्यापारी बताते हुए जमकर निशाना साधा है. डॉक्टर गोविंद सिंह ने यह बयान अपने विधानसभा क्षेत्र में एक नुक्कड़ सभा को संबोधित करने के दौरान दिया है.

दरअसल नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में बने रहते हैं. अब एक और बड़ा बयान उन्होंने भिंड स्थित रावतपुरा धाम के महंत रवि शंकर महाराज पर दिया है. डॉक्टर गोविंद सिंह अपने विधानसभा क्षेत्र के दबोह और आलमपुर कस्बे में जनसंपर्क दौरे पर निकले थे. इस दौरान नेता प्रतिपक्ष ने दबोह में आयोजित एक नुक्कड़ सभा को संबोधित किया.

जनसभा में भाषण देते हुए नेता प्रतिपक्ष ने रावतपुरा धाम के महंत रविशंकर पर निशाना साधते हुए कहा कि "वह पहले भी चुनाव लडा था लेकिन हारने के बाद मेरे पास आया था. बोला माफ करो चुनाव मेरे बस की नहीं है. इसलिए अब चुनाव नहीं लडूंगा लेकिन इस उम्मीद में की शिवराज फिर सरकार बनायेंगे. ये उन्हें बनाने के लिए पहले की तरह छीछालेदर कराएगा.

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भाषण के दौरान महंत रवि शंकर पर उठाए सवाल
डॉक्टर गोविंद सिंह ने अपने संबोधन में आगे कहा कि, ''चुनाव के बाद बाबा ने सरकारी जमीनों पर कब्जा कर, गरीबों की जमीनों को उजाड़ कर आश्रम का विस्तार किया है. यहां ही नहीं बल्कि हरियाणा, पंजाब, छत्तीसगढ़ बंगाल और चित्रकूट में आश्रम बन गए. आखिर ये पैसा कहां से आया? इसके लिए क्या कोई पेड़ हैं, जहां से तोड़ लेते हैं? नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा कि ये बाबा नहीं, व्यापारी है. धंधे- व्यापार चला रहा है, 25 स्कूल कॉलेज चला रहा है, और भी कई व्यापार चल रहे हैं.

मंदिर ट्रस्ट पर परिवार के लोगों का कब्जा
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि ट्रस्ट के पहले जब मंदिर के विकास की शुरुआत की थी तब पहले हम लोगों को बुलाया था कि ट्रस्ट में लहार के लोग रहेंगे. लेकिन आज ट्रस्ट में एक भी आदमी लहार विधानसभा क्षेत्र का नहीं है. जो टोला, बिजौना, रावतपुरा गांव के लोग थे, उन्हें भी सबको निकल दिया. सिर्फ अपने घर के भाई बंधुओ का कब्जा है.

धर्म के नाम पर संत की राजनीति
डॉ गोविंद सिंह यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि बाबा का काम क्या नेतागिरी करना है? लेकिन उसके दो तीन लड़के कई गांव में सुबह जाते हैं. वहां जा कर कहते हैं कि हमें खाना खिलाओ. कहते है हम राजनीति नहीं कर रहे, हम तो हिंदू धर्म को मजबूत कर रहे हैं. अरे हिंदू धर्म कहां कमजोर है. प्लानिंग के तहत दो -तीन महीने घर में जायेंगे समय बिताएंगे तब कहेंगे की कांग्रेस को हराओ. यही षड्यंत्र है.

सीएम की बढ़ती श्रद्धा या सियासी रणनीति?
बता दें कि नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह 21 जुलाई को प्रस्तावित प्रियंका गांधी के ग्वालियर सभा के संबंध में अपनी लहार विधानसभा क्षेत्र में जनता के बीच जानकारी देने और जनसंपर्क के लिए पहुंचे थे. उसी दौरान उन्होंने यह बयान दिया है. बीते कुछ समय से प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान और उनके मंत्रियों की श्रद्धा भिंड के रावतपुरा धाम में बड़ी है. ख़ुद सीएम यहां कई बार सपत्नीक पूजा अर्चना के लिए पहुंचे हैं. सीएम के लगातार दौरों को लहार विधानसभा सीट के लिए बीजेपी की चुनावी रणनीति के तहत भी देखा जा रहा है.

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