हाल ही में यादव ने कांग्रेस में एंट्री ले चुके कन्हैया कुमार की जमकर तारीफ की थी और कहा था कि वो लोकसभा उपचुनाव के प्रचार के लिए कन्हैया कुमार को खंडवा लाएंगे.
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प्रमोद शर्मा/भोपालः खंडवा लोकसभा सीट (Khandwa) को लेकर टिकट के लिए कांग्रेस (Congress) में घमासान जारी है. इसी को लेकर अब अरुण यादव (Arun Yadav) जो प्रबल दावेदार मानें जा रहे हैं, दिल्ली में डेरा जमाकर बैठ गए हैं. बता दें खंडवा से अब तक अरुण यादव का टिकट फाइनल नहीं हुआ है. उन्हें निर्दलीय विधायक सुरेन्द्र सिंह शेरा (Surendra Singh Shera) चुनौती दे रहे हैं, जो अपनी पत्नी के लिए टिकट की मांग कर रहे हैं. बता दें कांग्रेस की एक बड़ी लॉबी अरुण यादव के साथ दिखाई दे रही है. दूसरी ओर उनके विरोधी भी अपने पासे फेंकने में लगे हैं.
अरुण यादव पीसीसी चीफ कमलनाथ और प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक से मिलकर अपना पक्ष पहले ही रख चुके हैं. साथ ही राहुल गांधी से मुलाकात की बात भी वो ट्वीट में कर चुके हैं. अब खंडवा लोकसभा सीट को लेकर चल रही गहमागहमी के बीच अरुण यादव ने हाईकमान के पास यानी दिल्ली में डेरा डाल लिया है. बताया जा रहा है कि वो जल्द ही पार्टी के बड़े नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं. बता दें कि शनिवार को खंडवा में आयोजित कार्यक्रम को छोड़कर वो दिल्ली के लिए कूच कर गए थे, जिसके बाद से कई तरह के कयास लगना शुरू हो गए थे.
इस समय की दिलचस्प स्थिति ये है कि मध्यप्रदेश कांग्रेस के आलाकमान कमलनाथ, भोपाल में हैं और अरुण यादव दिल्ली में. अरुण ने शनिवार को कांग्रेस की चुनाव को लेकर कमलनाथ के आवास पर हुई बैठक से भी दूरी बना ली थी और दिल्ली का प्लान बना लिया था. वो चुनाव प्रभारियों की बैठक से भी नदारद थे. ऐसे में उपचुनाव के पहले अरुण यादव के ये तेवर विरोधियों के लिए परेशानी का सबब बन सकते हैं. यादव के यही तीखे तेवर उनके ट्वीट में भी देखने को मिले. उन्होंने कुछ देर पहले किए ट्वीट में शेर लिखकर विरोधियों पर निशाना साधा और कहा....
‘मेरे दुश्मन भी मेरे मुरीद हैं शायद, वक़्त-बेवक्त मेरा नाम लिया करते हैं,
मेरी गली से गुजरते हैं छुपा के खंजर, रुबरू होने पर सलाम किया करते हैं’
हाल ही में यादव ने कांग्रेस में एंट्री ले चुके कन्हैया कुमार की जमकर तारीफ की थी और कहा था कि वो लोकसभा उपचुनाव के प्रचार के लिए कन्हैया कुमार को खंडवा लाएंगे. फिलहाल खंडवा से टिकट पर अब भी कांग्रेस में पेंच फंसा हुआ है. जल्द ही इसे लेकर स्थिति साफ होने की उम्मीद है. फिलहाल सभी की नजरें खंडवा लोकसभा सीट को लेकर दिल्ली में होने वाली सियासी हलचल पर टिकी हुई हैं.