MP Politics: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में नई नियुक्तियों का दौर जारी है. इधर, कल कई भाजपा नेता पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. इससे भाजपा को बड़ा झटका लगा है. कुछ पार्टी छोड़ने वाले नेता सिंधिया समर्थक बताए जा रहे हैं.
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MP Assembly Election 2023/प्रमोद शर्मा: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस (Congress) और भाजपा (BJP) में राजनीतिक नियुक्तियों का दौर जारी है. दोनों ही दल हर मोर्चे पर कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते. इसके लिए लगातार नए लोगों को जिम्मेदारियों दी जा रही हैं. हाल ही में AICC (ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी) ने चुनाव के मद्देनजर 4 मीडिया समन्वयकों की नियुक्ति की है. भोपाल में अभय दुबे, इंदौर में यशोमती ठाकुर, जबलपुर में अनंत पटेल और ग्वालियर में अनुमा आचार्य को जिम्मेदारी दी गई है. ये सभी नव नियुक्त मीडिया समन्वयक शोभा ओझा के नेतृत्व में काम करेंगे.
इधर चुनाव से पहले कांग्रेस अपना कुनबा बढ़ाने में लगी हुई है. पार्टी एक दिन पहले भाजपा को बड़ा झटका दिया है. कांग्रेस में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) और मंत्र गोपाल भार्गव (Gopal Bhargava) के गढ़ में सेंध मारते हुए दो दिग्गजों को अपनी पार्टी में शामिल कर लिया है. पीसीसी कार्यालय में रविवार को दतिया के पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री अवधेश नायक और सुरखी के राजकुमार धनौरा कांग्रेस में शामिल हो गए हैं.
नरोत्तम मिश्रा और गोपाल भार्गव के गढ़ में सेंध
अवधेश नायक दतिया से 2008 में नरोत्तम मिश्रा के खिलाफ चुनाव लड़े थे. उस समय वे उमा भारती की जन शक्ति पार्टी से चुनाव लड़े थे. नायक ने दतिया से चुनाव हारने के बाद बीजेपी में वापसी की थी. राजकुमार धनौरा सागर से बीजेपी किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष रह चुके हैं. इसके अलावा मशहूर कवयित्री अंजुम रहबर भी कांग्रेस कांग्रेस में शामिल हो गई हैं. पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ ने रविवार को अंजुम रहबर को सदस्यता दिलाई.
सिंधिया समर्थक नेता ने छोड़ी भाजपा
दूसरी ओर रायसेन जिले की सांची विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. यहां से ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) समर्थक जनपद सदस्य एवं जिला पंचायत सदस्य प्रीति मालवीय, बीजेपी नेता प्रदीप दीक्षित सहित लगभग 100 कार्यकर्ता बगावत कर कांग्रेस की सदस्यता लेने भोपाल पहुंचे. पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ (Kamalnath) एवं दिग्विजय सिंह (Digvijay singh) के सभी को कांग्रेस की सदस्यता दिलाई. रायसेन से बड़ी संख्या में वाहनों से समर्थकों के साथ रैली के रूप में रायसेन से भोपाल गए थे.