Harda Blast: हरदा ब्लास्ट के बाद हरकत में आया प्रशासन, इन शहरों में ताबड़तोड़ कार्रवाई
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Harda Blast: हरदा ब्लास्ट के बाद हरकत में आया प्रशासन, इन शहरों में ताबड़तोड़ कार्रवाई

Action on Illegal Firecracker Shop: हरदा पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट (Harda Factory Blast) के बाद प्रशासन अलर्ट मोड पर है. इसके तहत प्रदेश में अवैध रूप से संचालित की जाने वाली कई पटाखा की दुकानों पर कार्रवाई की गई है. 

Harda Blast: हरदा ब्लास्ट के बाद हरकत में आया प्रशासन, इन शहरों में ताबड़तोड़ कार्रवाई

Harda Factory Blast: मध्य प्रदेश (MP News) के हरदा जिले में स्थित पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट की वजह से 11 लोगों ने दम तोड़ दिया. जबकि 200 से ज्यादा लोग हादसे में घायल हो गए. घटना के बाद सीएम मोहन यादव ने आपात बैठक बुलाई और आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया. साथ ही साथ प्रदेश में जितनी अवैध फैक्ट्रियां है उनकी रिपोर्ट तैयार करने के लिए भी कहा है. इसके बाद सीहोर और सागर जिले में चल रही पटाखा की अवैध दुकानों पर कलेक्टर ने कार्रवाई (Action on Illegal Firecracker Shop) की है. 

सागर कार्रवाई
सीएम मोहन यादव के निर्देश के बाद सागर कलेक्टर दीपक आर्य और एसपी अभिषेक तिवारी ने रेवेन्यू और पुलिस के अफसरों को कार्रवाई के लिए आदेशित किया था. जिसके बाद पुलिस अधिकारी हरकत में आए और कपड़ा व्यापारी शैलेन्द्र जैन के यहां छापा मारा. जिसके बाद पता चला कि कपड़ा व्यापारी अपनी गोदाम में पटाखों का भंडारण किए हुए थे. इसके बाद एसडीएम और एसडीओपी ने जब दस्तावेज खंगाले तो न तो भंडारण स्थल की अनुमति थी न ही पटाखा बेंचने का लाइसेंस मिला. अफसर जब अंदर गए तो उनके होश उड़ गए, यहां पर पूरी गोदाम ही पटाखों से भरी पड़ी थी. पुलिस ने गोदाम में भरे पटाखों को जब्त किया है और विस्फोटक अधिनियम के तहत व्यापारी पर मामला दर्ज किया.

सीहोर कार्रवाई
हादसे के बाद सीहोर जिला प्रशासन ने भी कई पटाखा की दुकानों और फैक्ट्री पर निरीक्षण एवं छापा मार कार्रवाई की. इसके तहत भेरूंदा में स्टॉक संबंधी दस्तावेज नहीं होने पर एसडीएम और पुलिस टीम द्वारा एक दुकान को सील किया गया तो वहीं सीहोर एवं आष्टा में भी पटाखा फैक्ट्रियों पर भी कार्रवाई की गई.

हरदा ब्लास्ट 
हरदा की पटाखा फैक्ट्री में मंगलवार को हुए विस्फोट हादसे में अब तक 11 लोगों की मौत हो गई है. जबकि हादसे में 204 लोग घायल हो गए हैं. इन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इसमें से गंभीर रूप से घायल 51 लोगों को भोपाल, इंदौर और नर्मदापुरम रेफर किया गया था. नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (NDRF) मलबे में दबे बाकी लोगों को भी बाहर निकाल लिया है. मलबे को खंगालने के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन बंद कर दिया गया है. हादसे के बाद मामले को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है. 

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