Top 10 Waterfalls in Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश में ऐसे कई झरने हैं जो बेहद खूबसूरत हैं. छुट्टियों में आप अपना समय बिताने के लिए इन झरनों की यात्रा कर सकते हैं.
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Top 10 Waterfalls in Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के झरने पूरे भारत में फेमस हैं. जिंदगी में एक बार आपको इन जलप्रपातों को जरूर देखना चाहिए. यहां आकर आपको बहुत अच्छा लगेगा और आपका मन पूरी तरह से प्रफुल्लित हो जाएगा तो चलिए आज हम आपको मध्य प्रदेश के कुछ प्रसिद्ध झरनों के बारे में बताएंगे.
बहूती जलप्रपात
रीवा जिले का बहूती जलप्रपात मध्य प्रदेश का सबसे ऊंचा जलप्रपात है. ये जल प्रपात निहाई नदी पर है. बता दें कि निहाई नदी तमस की सहायक नदी है. इसकी ऊंचाई 198 मीटर (650 फीट) है.
पातालपानी जलप्रपात
पातालपानी जलप्रपात मध्य प्रदेश का फेमस जलप्रपात है. जो इंदौर जिले की महू तहसील में स्थित है. बता दें कि पातालपानी जलप्रपात चोरल नदी पर है. ये जलप्रपात लगभग 91 मीटर (300 फीट) है. खास बात ये है कि बारिश के मौसम के बाद इसका जल प्रवाह बहुत ज्यादा होता है. पातालपानी के आसपास का एरिया बहुत फेमस पिकनिक और ट्रेकिंग स्पॉट है.
धुंआधार जलप्रपात
धुंआधार जलप्रपात जबलपुर जिले में है. ये भेड़ाघाट में नर्मदा नदी पर स्थित है. यह जलप्रपात 30 मीटर ऊंचा है. बता दें कि शरद पूर्णिमा में यहां नर्मदा महोत्सव मनाया जाता है और ये धुंआधार जलप्रपात को देखने का सबसे अच्छा समय है. खास बात ये है कि जब चांदनी जलप्रपात पर पड़ती है तो सफेद संगमरमर की चट्टानें बहुत शानदार दिखाई देती हैं. धुंधार जलप्रपात में बोटिंग भी उपलब्ध है.
रानेह जलप्रपात
रानेह जलप्रपात खजुराहो में स्थित एक और नेचुरल जलप्रपात है. बता दें कि रानेह फॉल केन नदी पर है. केन नदी 5 किलोमीटर (3.1 मील) लंबी और 30 मीटर (98 फीट) गहरी घाटी बनाती है. इस घाटी में गुलाबी और लाल से लेकर ग्रे तक के विभिन्न रंगों में शुद्ध क्रिस्टलीय ग्रेनाइट हैं. घाटी में झरनों की एक सीरीज है.
कपिलधारा जलप्रपात
कपिलधारा जलप्रपात अनूपपुर के अमरकंटक जिले में स्थित है. बता दें कि कपिलधारा नर्मदा नदी का पहला जलप्रपात है. अमरकंटक के नर्मदा मंदिर से ये लगभग 6 किमी. है. बता दें कि पानी लगभग 100 फीट की ऊंचाई से गिरता है.
पांडव जलप्रपात
पांडव जलप्रपात पन्ना में पन्ना राष्ट्रीय उद्यान के अंदर स्थित है. बता दें कि पांडव जलप्रपात पन्ना के दर्शनीय झरनों में से एक है. ये केन नदी की एक सहायक नदी पर है. फॉल्स की ऊंचाई लगभग 30 मीटर है. माना जाता है कि महाभारत के पांडवों ने अपने वनवास का एक हिस्सा यहीं बिताया था.
रजत प्रपात जलप्रपात
रजत प्रपात जलप्रपात देश का 30वां सबसे ऊंचा जलप्रपात है. ये पंचमढ़ी में स्थित है. इसे सिल्वर फॉल के नाम से जाना जाता है. बता दें कि इसकी ऊंचाई 351 फीट है. खास बात ये है कि सूरज की रोशनी में पानी चांदी जैसा दिखाई देता है.
तिंचा जलप्रपात
तिंचा जलप्रपात इंदौर जिले के तिलोर में स्थित है. बता दें कि बारिश के मौसम के बाद ये जल प्रवाह बहुत ज्यादा होता है. छुट्टियां बिताने के लिए तिनचा फॉल सबसे अच्छी जगह है. तिंचा के आसपास का एरिया एक पॉपुलर पिकनिक और ट्रेकिंग स्पॉट है.
केवटी जलप्रपात
केवटी जलप्रपात रीवा जिले में है. यह भारत का 24वां सबसे ऊंचा जलप्रपात है. केवटी जलप्रपात महाना नदी पर है. जो टोंस नदी की एक सहायक नदी है. इसकी कुल ऊंचाई 98 मीटर (322 फीट) है.
पावा जलप्रपात
शिवपुरी में पावा जलप्रपात है. बता दें कि ये शिवपुरी से 40 किमी दूर पोहरी शहर में स्थित है. बता दें कि पावा जलप्रपात प्रकृति की सुंदरता को बहुत अच्छी तरह से दर्शाता हैं. पावा झरने के पास भगवान शिव की मूर्ति है.