गजवा-ए-हिंद (ghazwa-e-hind) के मॉड्यूल मामले को लेकर नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (NIA) की एक टीम ने ग्वालियर में छापा मारा है. गौरतलब है कि NIA की टीमें देशभर में गजवा ए हिन्द और PFI पर कार्रवाई कर रही है.
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प्रियांशु यादव/ग्वालियर: गजवा-ए-हिंद (ghazwa-e-hind) के मॉड्यूल मामले को लेकर नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (NIA) की एक टीम ने ग्वालियर में छापा मारा है. जहां ग्वालियर (Gwalior) के बहोड़ापुर इलाके में एक संदिग्ध से पूछताछ की जा रही है. NIA की टीम ने करीब 2 घंटे तक पूछताछ की है. बताया जा रहा है कि संदिग्ध का कनेक्शन गजवा ए हिंद के आरोपियों से मिला था.
दरअसल गजवा-ए-हिंद मामले की एक FIR में शामिल आरोपियों का लिंक ग्वालियर संदिग्ध से मिला था. इसी आधार पर बीती रात NIA की टीम ग्वालियर पहुंची. NIA ने स्थानीय पुलिस अधिकारियों को जानकारी दी और आज सुबह बहोड़ापुर इलाके में संदिग्ध के घर दबिश दी. NIA ने संदिग्ध व्यक्ति से करीब 2 घंटे की लंबी पूछताछ की. अहम जानकारियां जुटाने के बाद NIA की टीम रवाना हुई. गौरतलब है कि NIA की टीमें देशभर में गजवा ए हिन्द और PFI पर कार्रवाई कर रही है.
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3 राज्यों में संदिग्धों के घर छापेमारी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 3 राज्यों में कई संदिग्धों के घरों पर छापेमार कार्रवाई की जा रही है. जिसमें महाराष्ट्र में 4 और ग्वालियर जिले में एक-एक स्थान शामिल है. MP में मध्यप्रदेश और गुजराज में छापेमारी के दौरान कई आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई है.
पिछले साल आया था मामला
बता दें कि बिहार के फुलवारीशरीफ पुलिस स्टेशन में एनआईए ने पिछले साल 22 जुलाई को गजवा ए हिंद का मामला दर्ज किया था. एनआईए की जांच में आरोपी कट्टरपंथी मरगुब अहमद दानिश का नाम सामने आया था. वह अपने सोशल मीडिया ग्रुप पर गजवा ए हिंद के जरिए कई विदेशी संस्थाओं के संपर्क में था. इसके बाद से ही NIA देश भर में इस पर कार्रवाई कर रही है.
जानिए क्या है गजवा-ए-हिंद
बता दें कि इस्लाम में गजवा ए हिंद का अर्थ सामान्य तौर पर पहले काफिरों (गैर मुस्लिम या नास्तिक) को जीतने के लिए किए गए युद्ध के लिए किया जाता था. युद्ध का नाम भी गजवा ही होता है. वहीं काफिरो के खिलाफ जीते गए युद्ध में विजयी को गाजी कहा जाता है. जब इस्लाम को पूरे भारत में फालाने की कोशिश हुई तो इस गजवा-ए-हिंद शब्द का इस्तेमाल किया गया.