shri shiv mahapuran katha ujjain: सीहोर वाले कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा का उज्जैन में 4 अप्रैल से शिव महापुराण की कथा का आयोजन होने जा रहा है. इस दौरान जुटने वाली भीड़ को ध्यान में रखते हुए 3 अप्रैल से 10 अप्रैल तक महाकाल मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश को बंद कर दिया गया है.
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Pandit Pradeep Mishra Shiv Mahapuran: धार्मिक नगरी उज्जैन में 4 अप्रैल से सीहोर (Sehore) के प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा शिव पुराण की कथा सुनाएंगे. महाकाल की नगरी में ऐसा पहला मौका है जब किसी कथा के दौरान महाकालेश्वर मंदिर (Mahakaleshwar Temple) के गर्भ गृह में श्रद्धालुओं के दर्शन को बंद करने का फैसला लिया गया है. बता दें कि कि पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा में भारी संख्या में श्रद्धालुओं के जुटने की संभावना है. ऐसे में महाकालेश्वर मंदिर में भी भक्तों की संख्या बढ़ सकती है. इसको ध्यान में रखते हुए कथा के दौरान 3 से 7 अप्रैल तक महाकाल मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश प्रतिबंधित किया गया है.
जानिए कहां होगी प्रदीप मिश्रा की कथा
दरअसल महाकाल की नगरी उज्जैन के मुल्लापुरा में 4 अप्रैल से 10 अप्रैल तक पंडित प्रदीप मिश्रा की शिव पुराण की कथा का आयोजन किया जाएगा. इस दौरान बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ लगने की संभावना है. जिसको ध्यान में रखते हुए महाकालेश्वर मंदिर दर्शन व्यवस्था को लेकर भी मंदिर समिति के अध्यक्ष और कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम बैठक ली. इस बैठक में निर्ण लिया गया है कि 3 अप्रैल से 10 अप्रैल तक महाकाल मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश बंद रहेगा.
महाशिवरात्रि जैसी होगी व्यवस्था
उज्जैन में सीहोर वाले प्रदीप मिश्रा की कथा आयोजित की जा रही है. इसको ध्यान में रखते हुए महाकालेश्वर मंदिर समिति ने यह फैसला लिया है. महाकाल मंदिर में महाशिवरात्रि जैसी व्यवस्था की जाएगी. व्यवस्था के अनुरूप बैरिकेडिंग, पीने के पानी की व्यवस्था, जूता स्टैंड, पार्किग के लिए उन्हीं स्थानों का चयन किया जाएगा, जिनका महाशिवरात्रि के दौरान किया गया था.
बैठक में हुए ये निर्णय
श्रद्धालुओं को बाबा महाकाल के सुगमता से दर्शन कराने की हर व्यवस्था मंदिर प्रबंधन की तरफ से की जा रही है. शिप्रा तट के आसपास सीसीटीवी कैमरे और अनाउंसमेंट की व्यवस्था की जा रही है. सीसीटीवी कैमरे द्वारा कंट्रोल रूम से श्रद्धालुओं के की हर गतिविधियों की लगातार मॉनीटरिंग की जाएगी. इसके अलावा दर्शनार्थियों की संख्या अधिक होने पर भूखी माता और शंकराचार्य चौराहे पर होल्डअप तैयार किया जाएगा. वहीं नो-व्हीकल जोन में नियम का पालन सख्ती से करवाया जाएगा. मंदिर में श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए 8 लाइन लगवाई जाएगी.
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