द्रौपदी मुर्मू देश की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति बन गई हैं. अब वे 25 जुलाई को बतौर राष्ट्रपति शपथ लेंगी.
Trending Photos
प्रमोद शर्मा/भोपाल: द्रौपदी मुर्मू देश की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति बन गई हैं. अब वे 25 जुलाई को बतौर राष्ट्रपति शपथ लेंगी. इससे पहले 15 जुलाई को द्रौपदी मुर्मू मध्यप्रदेश के दौरे पर समर्थन मांगने आई थीं. तब उन्होंने यहां पीएम मोदी और मध्यप्रदेश को लेकर अपनी बात सार्वजनिक मंच से संबोधित करते हुए रखी थी.
द्रौपदी मुर्मू बनेंगी देश की 15वीं राष्ट्रपति, पीएम मोदी और यशवंत सिन्हा ने दी बधाई
पीएम मोदी ने किया था कॉल
नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने भोपाल में कहा था कि मैं कभी नहीं सोची थीं कि मैं इस पद पर जाउंगी. पार्षद, विधायक, मंत्री बनने के बाद जब मुझे पीएम मोदी राज्यपाल बनाने के लिए सोचे तब भी मैं काफी हैरान थी, सोच रही थी कि मैं ये काम कर पाउंगी या नहीं? मेरा राष्ट्रपति पद का नाम घोषित होने से 15 मिनट पहले पीएम मोदी का कॉल आया था कि आपको राष्ट्रपति बनना हैं. मैंने उनसे कहा कि क्या मैं ये कर पाउंगी? तब मुझे पीएम ने कहा कि हम है ना.
ऐसा स्वागत कभी नहीं हुआ
वहीं अपने मध्यप्रदेश दौरे पर पहुंच द्रोपदी मुर्मू ने कहा था कि उनका जिस तरह से भव्य स्वागत किया गया है, उसको वो अपनी जिंदगी में कभी नहीं भूल पाएगी. ऐसा स्वागत मेरी जिंदगी में पहली बार हुआ है.
सीएम शिवराज ने दी बधाई
द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति बनने पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पूरा देश इस समय आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है. अमृत महोत्सव के इस अवसर पर द्रोपदी मुर्मू का प्रेसिडेंट बनना देश का सौभाग्य है. इसके साथ ही सीएम ने खासतौर पर कहा कि मैं सभी ऐसे विधायक साथियों को जो बीजेपी के नहीं है लेकिन जिन्होंने श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी को वोट दिया है, उनका आभार व्यक्त करता हूं, और हृदय से धन्यवाद देता हूं.
संपूर्ण देश आज आनंद में डूबा हुआ है, लेकिन मध्यप्रदेश के लिए आज आनंद, उत्सव और नृत्य का दिन है। पूरा मध्य प्रदेश प्रसन्नता में डूबा हुआ है।
आदरणीय श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी जब मध्य प्रदेश पधारीं थी तब भी मध्यप्रदेश में उनका ऐतिहासिक अभूतपूर्व स्वागत हुआ था। pic.twitter.com/HR9O0SPrn3
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) July 21, 2022
27 दलों को मिला हुआ था समर्थन
सबसे पहले संसद भवन में डाले गये वोटों की गिनती की गई उसके बाद राज्यों में डाले गए वोटों की गिनती शुरू हुई. इसके लिए अल्फाबेटिकली राज्यों के नाम से 10 राज्यों की मत पेटियां बारी बारी से निकाली गई. एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का चुना जाना शुरू से ही तय माना जा रहा था. उन्हें 27 दलों का समर्थन प्राप्त था. उनका पलड़ा शुरू से ही भारी रहा जबकि विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) को 14 दलों का समर्थन प्राप्त था.
राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और लोकसभा स्पीकर ने दी बधाई
PM मोदी ने मुर्मू को बधाई देते हुए कहा- भारत ने इतिहास लिखा है. जब देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, पूर्वी भारत के सुदूर हिस्से में पैदा हुई एक आदिवासी समुदाय की बेटी को राष्ट्रपति चुना गया है. द्रौपदी मुर्मू को बधाई. इसके साथ ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने भी मुर्मू को बधाई दी.