Shahdol Lok Sabha: कांग्रेस नेता राहुल गांधी 8 अप्रैल को मध्य प्रदेश दौरे पर पहुंचे. यहां दो जिलों में सभा को संबोधित किया. इसके बाद वे शहडोल में रात भी बिताने वाले हैं. जानिए आखिर क्यों वे शहडोल में रात में रूकने वाले हैं. क्या ये कोई मजबूरी है या फिर प्लान. समझिए पूरा मामला-
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Rahul Gandhi Helicopter Issue: मध्य प्रदेश में चुनावी शंखनाद करने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी 8 अप्रैल को दो जिलों के दौरे पर पहुंचे. सिवनी और शहडोल में उन्होंने सभा को संबोधित किया. सभा के बाद उनकी वापसी थी, लेकिन अचानक वे शहडोल में ही रूक गए हैं. शहडोल आगामी लोकसभा चुनाव के लिहाज से भी काफी अहम जगह है. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि आखिर रात में यहां रूकना उनकी कोई मजबूरी है या फिर प्लान.
शहडोल में अचानक मौसम बिगड़ने से श्री राहुल गांधी जी का हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर पा रहा है।
अतः आज वे वह शहडोल में ही रुक रहे हैं और कांग्रेस के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं में नई उर्जा प्रदान कर रहे हैं।
"जय कांग्रेस, विजय कांग्रेस" pic.twitter.com/bUFNnX9wZV
— MP Congress (@INCMP) April 8, 2024
राहुल गांधी के हेलीकॉप्टर का फ्यूल खत्म
दरअसल, राहुल गांधी शहडोल जिले के दौरे पर आए थे. यहां बाणगंगा मेला ग्राउंड में उन्होंने सभा को संबोधित किया. इसके बाद उन्हें जबलपुर के लिए रवाना हुआ था. लेकिन उनके हेलीकॉप्टर में फ्यूल कम होने की वजह से वह उड़ान नहीं भर पाया. हालांकि, फ्यूल का अरेंजमेंट किया गया लेकिन मौसम खराब होने के कारण भोपाल से टैंकर को आने में देरी हो रही है. ऐसे में राहुल गांधी रात में शहडोल में रूकेंगे. जिले के एक निजी होटल में रा6ि विश्राम करेंगे. ऐसे में वहां भारी पुलिस बल राहुल की सुरक्षा के लिए मौजूद है.
देखें वीडियो- राहुल गांधी के हेलीकॉप्टर का फ्यूल हुआ खत्म! MP से नहीं भर पाया उड़ान
शहडोल सीट है अहम
शहडोल लोकसभा सीट आगामी चुनाव के लिए काफी अहम भी है. इस सीट पर BJP और कांग्रेस दोनों ही पुरजोर कोशिश करती हैं. शहडोल लोकसभा सीट ST यानी अनसूचित जनजातिय के लिए रिजर्व है. इस लोकसभा में आठ विधानसभा सीट हैं- जयसिंह नगर, जैतपुर, कोटमा, अनूपपुर, पुष्पराजगढ़, बांधवगढ़, मानपुर, बड़वारा शामिल है. 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में इस 8 सीटों में सिर्फ एक विधानसभा सीट पर ही कांग्रेस जीत हासिल कर पाई थी.
विधानसभा चुनाव में भी दिग्गजों ने किया था दौरा
इस सीट की महत्ता इस बात से भी पता चलती है कि साल 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में भी दिग्गजों ने शहडोल में अपनी-अपनी सभा की थी. राहुल गांधी शहडोल के ब्यौहारी विधानसभा क्षेत्र में आयोजित जन आक्रोश रैली में शामिल हुए थे. वहीं, विधानसभा चुनाव से पहले 2 बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शहडोल के दौरे पर पहुंचे थे.
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क्यों रहता है सबका फोकस
शहडोल सीट पर सबका फोकस होने की मुख्य वजह है यहां का आदिवासी वर्ग. ये सीट अनुसूचित जनजाति के लिए रिजर्व है. मध्य प्रदेश में करीब 22 फीसदी मतदाता आदिवासी हैं. वहीं, राज्य की 29 लोकसभा सीटों में से 6 लोकसभा सीट ST के लिए रिजर्व हैं. इनमें बैतूल, धार, खरोगन, मंडला, रतलाम और शहडोल शामिल हैं. इसके अलावा राज्य की 230 विधानसभा सीटों में से 47 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं.जबकि करीब 90 सीटों पर आदिवासी मतदाता निर्णायक भूमिका में हैं. ऐसे में आदिवासी वर्ग पर BJP-कांग्रेस दोनों का फोकस इस बेल्ट पर रहता है.
शहडोल लोकसभा चुनाव 2024
शहडोल लोकसभा सीट पर पहले चरण में यानी 19 अप्रैल को वोटिंग होगी. इस सीट से BJP ने हिमाद्री सिंह को प्रत्याशी बनाया है, जबकि कांग्रेस ने फुन्देलाल मार्को को मैदान में उतारा है. 2019 के लोकसभा चुनाव की बात करें तो BJP प्रत्याशी हिमाद्री सिंह ने कांग्रेस प्रत्याशी प्रमिला सिंह को हराया था. 1996 से लेकर 2019 तक हुए लोकसभा चुनाव में सिर्फ एक बार ही कांग्रेस इस सीट पर खाता खोल पाई. 2009 में कांग्रेस प्रत्याशी राजेश नंदिनी सिंह ने शहडोल सीट पर जीत दर्ज की थी.