2 माह से लापता था रिटायर्ड फौजी, तांत्रिक ने बताया नदी में पड़ा है शव, वहीं से मिली लाश!
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2 माह से लापता था रिटायर्ड फौजी, तांत्रिक ने बताया नदी में पड़ा है शव, वहीं से मिली लाश!

सुरेश ने जितेंद्र को बताया कि मुंबई में रहने वाले सयाने नामक तांत्रिक ने बताया है कि डिड़ी गांव में क्वारी नदी के पुल के नीचे 50 गज की दूरी पर दाहिनी तरफ बलबीर का शव मिल जाएगा.

2 माह से लापता था रिटायर्ड फौजी, तांत्रिक ने बताया नदी में पड़ा है शव, वहीं से मिली लाश!

प्रदीप शर्मा/भिंडः मध्य प्रदेश के भिंड में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. दरअसल यहां एक रिटायर्ड फौजी बीते 2 माह से लापता था. काफी तलाश के बाद भी जब रिटायर्ड फौजी का कुछ पता नहीं चला तो परिजनों ने मुंबई में रहने वाले एक तांत्रिक से लापता रिटायर्ड फौजी के बारे में पूछा तो तांत्रिक ने बताया कि उसका शव क्वारी नदी में पड़ा हुआ है. इसके बाद परिजनों ने पुलिस की मदद से नदी में उस जगह शव की तलाश की तो हैरानी है कि वहीं से रिटायर्ड फौजी की लाश मिली. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है. 

क्या है मामला
मामला भिंड के गोरमी इलाके का है. जहां के घिलौआ गांव के रहने वाले बलबीर सिंह रिटायर फौजी थे. परिजनों के मुताबिक वह बीती 7 दिसंबर को अपनी बाइक लेकर भिंड के अंबेडकर नगर में रहने वाली अपनी बहन के घर गए थे. इसके बाद अगले दिन वह ग्वालियर की आर्मी कैंटीन में अपना कार्ड रिन्यू कराने गए और उस दिन वापस बहन के भिंड स्थित घर आ गए. अगले दिन यानी कि 9 दिसंबर को बलबीर सिंह अपने घर के लिए निकले लेकिन देर शाम तक भी घर नहीं पहुंचे. इसके बाद परिजनों ने बलबीर की तलाश की और पुलिस में भी शिकायत की. हालांकि दो माह बीत जाने के बाद भी बलबीर का कुछ पता नहीं चल सका.

तांत्रिक ने बताया नदी में पड़ा है शव
शनिवार की रात बलबीर के बेटे जितेंद्र के पास मुंबई में रहने वाले उसके चचेरे भाई सुरेश सिंह का फोन आया. सुरेश ने जितेंद्र को बताया कि मुंबई में रहने वाले सयाने नामक तांत्रिक ने बताया है कि डिड़ी गांव में क्वारी नदी के पुल के नीचे 50 गज की दूरी पर दाहिनी तरफ बलबीर का शव मिल जाएगा. इसके बाद परिजनों ने गोरमी थाना प्रभारी को इसकी सूचना दी और सुबह पुलिस के साथ परिजन तांत्रिक की बताई जगह शव की खोज में जुटे. 

हैरानी की बात है कि तांत्रिक की बताई जगह पर ही बलबीर का शव बरामद हो गया. बलबीर के शव को दो बड़े पत्थरों से बांधकर नदी में फेंका गया था. पानी में लंबा समय बीत जाने के चलते शव को जलीय जीव क्षत विक्षिप्त कर चुके थे. ऐसे में फिलहाल कद-काठी के अनुसार ही शव की पहचान की गई है. शव पर कोई कपड़ा नहीं होने के कारण पहचान के लिए शव की डीएनए जांच कराई जाएगी और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारणों का पता चल सकेगा. 

पुलिस जांच में जुटी
पुलिस इस मामले को संदिग्ध मानकर जांच में जुट गई है. वहीं मृतक के बेटे ने अपनी बुआ और उसके बेटे पर हत्या का शक जाहिर किया है. परिजनों का कहना है कि बलबीर घर में पैसे नहीं देते थे और सारा लेनदेन और जमा पूंजी बुआ के घर रखते थे. फिलहाल पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है. 

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