मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में दो मुस्लिम लड़कियों ने हिंदू लड़कों से सावन के आखिरी माह में महादेव गढ़ में शादी की. इस शादी को धर्म मंच ने घर वापसी बताया है.
Trending Photos
खंडवा: खंडवा में आज दो मुस्लिम लड़कियों ने हिंदू युवकों से विवाह किया. यह विवाह सावन के आखिरी सोमवार के दिन प्राचीन महादेव गढ़ मंदिर में संपन्न हुआ. धर्म रक्षा मंच ने इसे घर वापसी बताया. महादेवगढ़ मंदिर समिति ने पूरे हिंदू रीति रिवाज के साथ उनकी शादी संपन्न करवाई. शादी के बाद निखत को निकिता नाम दिया गया और नरसिंहगढ़ की रहने वाली सकीना शालिनी बन गई. दोनों ही लड़कियों ने कहा कि वह बाल्यकाल से ही हिंदू धर्म के रीति रिवाज, तीज त्योहार से प्रभावित थी और इसी प्रभाव के कारण उन्होंने हिंदू लड़कों से विवाह रचाया.
दरअसल खंडवा के महादेवगढ़ मंदिर में शाम को दो शादियां हुई. इस शादी में नरसिंहगढ़ की रहने वाली मुस्लिम लड़की सकीना ने वही के रहने वाले दीपक जाटव से विवाह किया, तो दूसरी मुस्लिम निखत खंडवा जिले के नर्मदा नगर की रहने वाली है. निखत ने खंडवा के तरुण राठौर से विवाह रचाया.
हिंदू धर्म के त्योहारों से प्रभावित
हालांकि दोनों ही जोड़ों ने समाज से चोरी-छिपे पहले ही विवाह कर लिया था और साथ रह रहे थे. आज महादेवगढ़ मंदिर में पूरे हिंदू रीति रिवाज से वह शादी के बंधन में बंधे. दोनों ही लड़कियां अब हिंदू परिवार की बहू हैं. परिवारों ने भी उन्हें स्वीकार किया है. इन लड़कियों ने कहा कि वह हिंदू धर्म में नारियों के सम्मान, तीज, त्योहार और रीति रिवाज से खासी प्रभावित रही है. इसलिए उन्होंने जीवनसाथी के रूप में हिंदू वर चुना. उन्होंने कहा कि वह शादी करने के बाद खुश हैं.
Earthquake in Chhattisgarh: भूकंप के लगातार दो झटकों से हिला छत्तीसगढ़, घरों से बाहर निकले लोग
दोनों ही हिंदू धर्म में खुश
दोनों ही लड़कों ने भी इन लड़कियों को अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया और जिंदगी भर खुश रखने और साथ देने का वादा किया. दोनों ही लड़कों ने बताया कि लड़कियां पूरी तरह परिवार में हिंदू रीति रिवाज के अनुसार घुल मिल गई है और पूरी तरह खुश हैं।
हिंदू धर्म से प्रभावित होकर आए
महादेवगढ़ मंदिर के संरक्षक अशोक पालीवाल का कहना हैं कि जो भी बच्चे हिंदू धर्म से प्रभावित होकर आते हैं. हम उनके पूरे हिंदू रीति रिवाज के साथ शादी करवाते हैं. यह बच्चे भी आए थे, हमने इन्हें भी स्वीकार किया और बेटियों को अपनी बहन माना. इन्हें शादी के बाद रामायण भेंट की और रामायण पढ़ने के बाद निश्चित ही यह श्री राम के चरित्र को आत्मसात करेंगी.
रिपोर्ट- प्रमोद सिन्हा