भदभदा विश्राम घाट पर बढ़ी शवों की संख्या, नहीं थमा सिलसिला तो 4 दिन बाद नहीं होंगे अंतिम संस्कार
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भदभदा विश्राम घाट पर बढ़ी शवों की संख्या, नहीं थमा सिलसिला तो 4 दिन बाद नहीं होंगे अंतिम संस्कार

खबर के मुताबिक पिछले 8 दिनों से भदभदा विश्राम घाट पर हर दिन 10 से अधिक कोरोना संक्रमित मरीजों का शव अंतिम संस्कार के लिए पहुंच रहा है. इनमें भोपाल के अलावा बीना, ललितपुर के रहने वाले लोगों का भी शव शामिल है.

सांकेतिक तस्वीर.

भोपाल: कोरोना से मरने वालों के लिए चिन्हित भदभदा विश्राम घाट पर जहां हर दिन औसतन 5 शव अंतिम संस्कार के लिए पहुंच रहे थे. वहीं अब ये संख्या बढ़कर 14 तक पहुंच गई है. बीते 8 दिनों में यहां 132 शवों का अंतिम संस्कार किया जा चुका है. इनमें 75 शव कोरोना वायरस संक्रमित मरीज के थे. अगर शवों के पहुंचने का सिलसिला इसी तरह जारी रहा तो 4 दिनों बाद अंतिम संस्कार के लिए लकड़ियों की संख्या कम हो जाएगी. 

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खबर के मुताबिक पिछले 8 दिनों से भदभदा विश्राम घाट पर हर दिन 10 से अधिक कोरोना संक्रमित मरीजों का शव अंतिम संस्कार के लिए पहुंच रहा है. इनमें भोपाल के अलावा बीना, ललितपुर के रहने वाले लोगों का भी शव शामिल है. ये सभी लोग कोरोना इलाज के लिए राजधानी के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती किए गए थे.  

भदभदा विश्राम घाट समिति के एक पदाधिकारी ने बताया कि अधिक संख्या में आ रहे शवों की वजह से लकड़ी की खपत बढ़ गई है. जिसकी वजह से गोदाम में गुरुवार शाम तक करीब 100 क्विंटल लकड़ी का ही स्टॉक बचा है. इससे अधिकतम 25 शवों का अंतिम संस्कार हो सकता है. क्योंकि एक शव के अंतिम संस्कार में औसतन 4 क्विंटल लकड़ी का उपयोग होना है. 

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आपको बता दें कि कोरोना वायरस की वजह से भोपाल में गुरुवार को 23 लोगों की मौत हुई है. इनमें भोपाल के 8 लोग थे, जबकि शेष 15 आसपास के विभिन्न शहरों के थे. बीते 24 मार्च के बाद से ऐसा पहली बार हुआ है, जब इतनी संख्या में शवों का अंतिम संस्कार किया गया है.

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