राज्यवर्द्धन सिंह दत्तीगांव के राजनीतिक सलाहकार कमल पटेल बने बदनावर से कांग्रेस प्रत्याशी
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राज्यवर्द्धन सिंह दत्तीगांव के राजनीतिक सलाहकार कमल पटेल बने बदनावर से कांग्रेस प्रत्याशी

कमल पटेल लंबे समय तक बदनावर ब्लाक के अध्यक्ष रहे है. पटेल ने राजवर्धन दत्तीगांव के पिता प्रेमसिंह दत्तीगांव के लिए दो चुनाव में भी काम किया है.पटेल की स्थानीय स्तर पर तगड़ी राजनीतिक पकड़ है. इसी वजह से कांग्रेस ने प्रत्याशी बनाया है.

 कमल पटेल कांग्रेस प्रत्याशी  (फाइल फोटो)

बदनावर: मध्यप्रदेश में उपचुनाव के प्रत्याशियों के टिकट बंटवारे को लेकर राजनीति जारी है. बदनावर सीट से अब कमल पटेल को कांग्रेस का उम्मीदवार बनाया है. इसके पहले अभिषेक सिंह टिंकू को प्रत्याशी बनाया गया था. आधाकारिक तौर पर कमल पटेल के नाम का ऐलान भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा जारी सूची में किया जाएगा. अभी मेहगांव, मुरैना, ब्यावरा और बड़ा मलहरा से प्रत्याशियों के नाम की घोषणा भी नही हुई है. इसलिए इन नामों के साथ ही बदनावर से कमल पटेल के नाम की घोषणा की उम्मीद है.

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बता दें कि कांग्रेस ने 27 सितंबर को 9 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की थी. जिसमें बदनावर सीट से युवा कार्यकर्ता अभिषेक सिंह को प्रत्याशी बनाया था.  खबर यह भी है कि टिकट बदलने के बाद शनिवार को अभिषेक सिंह को कमलनाथ से भोपाल में मिले थे. बताया जाता है कि कमलनाथ ने टिंकू बना को अच्छे पद का ऑफर भी दिया है इसके बाद टिंकू ने घोषित होने वाले प्रत्याशी को अपना समर्थन देने की बात कही है.

विरोध की वजह से बदला टिकट
पूर्व प्रत्याशी अभिषेक सिंह के नाम की घोषणा के साथ ही उनका स्थानीय स्तर पर जबरदस्त विरोध हो रहा था. कांग्रेस कार्यकर्ता भी उनका काफी विरोध कर रहे थे. विरोध की वजह उनकी राजनीतिक पकड़ न होना बताया जा रहा है. इस लिहाज से कांग्रेस पार्टी ने कमल पटेल को प्रत्याशी बनाया.

कौन है कमल पटेल  
कमल पटेल लंबे समय तक बदनावर ब्लाक के अध्यक्ष रहे है. पटेल ने राजवर्धन दत्तीगांव के पिता प्रेमसिंह दत्तीगांव के लिए दो चुनाव में भी काम किया है. जिसमें उन्होंने एक चुनाव में उन्हें जीत दिलाई. वहीं राजवर्धन सिंह दत्तीगांव के लिए 5 चुनावों में काम किया व तीन चुनाव में उनको जीत दिलाई है. पटेल की स्थानीय स्तर पर तगड़ी राजनीतिक पकड़ है.पटेल बदनावर तहसील की सबसे बड़ी पंचायत कानवन से 15 साल तक सरपंच रहे है.

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वोटर को साधने की कोशिश
 कमल पटेल के स्थानीय होने के नाते ही उनका नाम उभरकर सामने आया है. कमल पटेल गुजराती राजपूत हैं और बदनावर विधानसभा में इस समाज के करीब 30 हजार वोटर है. बदनावर में आदिवासी 60 हजार, पाटीदार 22 हजार वोट है.

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