आपराधी की इस हरकत के बाद लोगों को शक होने लगा और उन्होंने इसकी जानकारी एसपी सूरत सिंह को दी. जिसके बाद सबसे पहले एसपी ने अपने फेसबुक पर लोगों से अपील की कि उसकी फेसबुक आईडी पर किसी भी तरह के रुपए का लेनदेन ना करें.
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दुर्गेश सिंह बिसेन/पेंड्रा: इंटरनेट पर ठगी करना अपराधियों के लिए सबसे आसान हो गया है. किसी भी व्यक्ति की फेक प्रोफाइल बनाकर लोगों को ठगने का मामला आम हो गया है.अब अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि उन्होंने पुलिस को भी नहीं छोड़ा. मामल छत्तीसगढ़ के गौरेला पेंड्रा मरवाही का है, जहां पुलिस अधीक्षक सूरत सिंह परिहार की फर्जी आईडी बनाकर फेसबुक कांटेक्ट से रुपए मांगे जा रहे हैं.
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आपराधी की इस हरकत के बाद लोगों को शक होने लगा और उन्होंने इसकी जानकारी एसपी सूरत सिंह को दी. जिसके बाद सबसे पहले एसपी ने अपने फेसबुक प्रोफाइल पर लोगों से अपील की कि उसकी फेसबुक आईडी पर किसी भी तरह के रुपए का लेनदेन ना करें. इसके बाद उन्होंने इस फर्जीवाड़े की शिकायत थाने में दर्ज कराई. आईपीसी की धाराओं में कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
थानेदार रघुनंदन शर्मा ने बताया कि अपराधी ने सूरत सिंह परिहार की फेसबुक आईडी की कॉपी करते हुए हूबहू वैसी ही आईडी बनाई है. जिसके बाद उसने कई लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज कर पहले दोस्त बनाएं और बाद में उन्हें मैसेज भेज कर रुपए मांगने का सिलसिला शुरू कर दिया. लोगों ने इसकी जानकारी पुलिस अधीक्षक को दी तो उन्होंने भी तुरंत मामले की गंभीरता को भांपते हुए अपने फेसबुक अकाउंट पर एक अपील की जिसमें उन्होंने लिखा कि " किसी ने मेरी फेक आईडी बना ली है और मेरे कांटेक्ट से रुपए मांग रहा है प्लीज Report end Block ...".
इसके बावजूद जब फेसबुक प्रोफाइल पर रुपए मांगने का सिलसिला जारी रहा तो एसपी ने मामले पर साइबर सेल के उप निरीक्षक को बुलाकर पूरे मामले की विधिवत शिकायत दर्ज कराई. एसपी के पत्र पर तुरंत एफआईआर करते हुए गौरेला थाने में अज्ञात आरोपी के विरुद्ध धारा 420, 511 भारतीय दंड विधान एवं आईटी एक्ट 2008 के तहत मामला दर्ज कर पतासाजी शुरू कर दी है.
साथ ही पुलिस ने अपील की है कि इस तरह सोशल मीडिया पर रुपए मांगने वालों पर विश्वास ना करते हुए उनके झांसे में ना आए एवं इसकी शिकायत संबंधित थाने में दर्ज कराएं.
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